scorecardresearch
 

दिग्विजय ने 'फेकू' मोदी को कोसा, पूछा- क्या तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है?

कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने यूपीए सरकार की आलोचना करने पर नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लिया और उन्हें राजकाज और विकास के मामलों पर किसी भी कांग्रेस नेता के साथ बहस की चुनौती दी. मोदी के कट्टर आलोचक माने जाने वाले दिग्विजय ने मोदी के विचार को खारिज करते हुए कहा कि क्या एक तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है.

Advertisement
X
दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह

कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने यूपीए सरकार की आलोचना करने पर नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लिया और उन्हें राजकाज और विकास के मामलों पर किसी भी कांग्रेस नेता के साथ बहस की चुनौती दी. मोदी के कट्टर आलोचक माने जाने वाले दिग्विजय ने मोदी के विचार को खारिज करते हुए कहा कि क्या एक तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है.

मोदी द्वारा अपने प्रवासी भारतीय समर्थकों को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करने के कुछ ही देर बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की तरफ अपने तोपखाने का मुंह खोल दिया और माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर मोदी द्वारा सरकार की आलोचना को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने एनडीए शासन के समय के विकास के ‘झूठे आंकड़े’ दिए.

सिंह ने ट्वीट किया, ‘सुनकर अच्छा लगा कि मोदी समावेशी राजनीति की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या कोई तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है? फेकू मोदी पूरी रवानी में हैं. एनडीए शासन के समय के विकास के झूठे आंकड़े दे रहे हैं.’ इंटरनेट के इस माध्यम के जरिए सिंह ने जैसे मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘कांग्रेस आपको ताकत देती है. मोदी खुद को ताकत देते हैं. पसंद आपकी है. मोदी चाहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत और कांग्रेस चाहती है भूख मुक्त भारत. वह साधनसंपन्न का साथ देते हैं. कांग्रेस वंचितों की हिमायती है. पसंद आपकी है.’

Advertisement

मोदी ने अपने संबोधन में यूपीए सरकार को बहुत से मुद्दों पर कोसा, जिसमें कम वृद्धि दर भी शामिल है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार से लोगों का भरोसा उठ गया है, इसपर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यूपीए सरकार ने अपना हर वादा पूरा किया और सूचना, शिक्षा, खाद्य सुरक्षा के अधिकार और महिलाओं तथा आदिवासियों को अधिकार देने के साथ ही काम का अधिकार देकर लोगों को ताकतवर बनाया. दिग्विजय इस दौरान लगातार दो संप्रग सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों जैसे आरटीआई, आरटीई, खाद्य सुरक्षा, मनरेगा और इसी तरह की अन्य योजनाओं का जिक्र कर रहे थे.

उन्होंने कहा, ‘सूची और भी बढ़ सकती है. अगर मोदी में दम है तो वह राजकाज, विकास और अन्य राष्ट्रीय मामलों पर हम में से किसी के भी साथ बहस कर सकते हैं?’ गुजरात में गोधरा बाद के दंगे, भाजपा शासित कुछ राज्यों में भ्रष्टाचार के मामले और बीजेपी के एक पूर्व अध्यक्ष से जुड़े कैश ऑन कैमरा मामले का जिक्र करते हुए सिंह ने मोदी के इस दावे का माखौल उड़ाया कि लोग देश में रचनात्मक बदलाव लाने के लिए भाजपा की ओर देख रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसा इसलिए हो रहा है ‘क्योंकि सांप्रदायिक दंगों में हजारों लोग मारे गए, क्योंकि अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को तोड़ा मरोड़ा गया, क्योंकि बंगारू लक्ष्मण कैमरे पर पकड़े गए.

Advertisement

मोदी द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा किए जाने का जिक्र करने पर दिग्विजय के तंज थोड़े और तीखे हो गए. उन्होंने लिखा, ‘मोदी कहते हैं अटलजी एक स्वर्णिम युग थे. क्या इसलिए कि मोदी ने राजधर्म का पालन नहीं किया?. संसद पर आतंकवादियों ने हमला किया?. आतंकवादियों को रिहा कर दिया गया?’. वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए के छह वर्ष के शासन की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा, ‘वाजपेयी सरकार में ऐसा लगता था कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी. लेकिन उनके जाने के बाद पतन शुरू हो गया.’

Advertisement
Advertisement