डीजल के दाम बाजार के हवाले करने का फैसला होते ही सियासी गुस्सा जाहिर होने लगा है. विरोध की पहली आवाज सरकार में शामिल दलों की तरफ से आई है.
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा, डीजल की कीमतों में हुई वृद्धि गलत है. सरकार को इसके बारे में दुबारा फैसला लेना चाहिए.
सीपीएम महासचिव प्रकाश करात के मुताबिक जनता पर ये एक और हमला है. जिस तरह से पेट्रोल को डी-कंट्रोल किया गया, उसके बाद उसका दाम हर रोज बढ़ रहा है, उसी तरह से अब डीजल पर होगा.
वहीं तेल और सिलेंडर के दामों पर यूपीए सरकार से समर्थन वापिस लेने वाली तृणमूल कांग्रेस ने भी इसे जनता विरोधी कदम बताया.
बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, डीजल की बढ़ी कीमतों के विरोध में हम सड़क पर उतरेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ये फैसला वापस ले.