राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास का इलाका एक बार फिर धुंध की चपेट में आ रहा है. दिल्ली की हवा लगातार दूषित होती जा रही है जिसका असर आम लोगों पर पड़ रहा है. इस मसले पर गुरुवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने बैठक बुलाई थी. लेकिन इस बैठक में सिर्फ दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ही पहुंचे. बैठक में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के पर्यावरण मंत्रियों को बुलाया गया था.
हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली के अलावा बाकी राज्यों के मंत्री नहीं आए वह दूसरा मुद्दा है, हम उन राज्यों के अधिकारियों के साथ बात कर रहे हैं.
लोगों से अपील है कि इस दीपावली कम प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों का इस्तेमाल करें, अगले 10 दिन प्रदूषण में राहत मिलती नहीं दिखाई पड़ती है. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि हर कोई अपने-अपने तरह से मदद करें. दिल्ली में सड़कों पर धूल की सफाई के लिए 40 से ज्यादा मैकेनाइज्ड मशीनों का इस्तेमाल करके सफाई की जा रही है. आम जनता को भी इसमें सहभागी होना पड़ेगा.
Green firecrackers have been introduced ahead of Diwali. As of now, in the next few days, there is no chance of improvement in the air quality but we are trying our best: Union Environment Minister Dr Harsh Vardhan on air pollution in Delhi pic.twitter.com/MTdpGAuCxj
— ANI (@ANI) November 1, 2018
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार और नगर निगम को भी केंद्रीय पर्यावरण कमेटी द्वारा दिए गए सुझावों के सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. 44 टीमें दिल्ली में और 8 टीमें NCR गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा में प्रदूषण की मॉनिटरिंग करेंगी.
अगले 10 दिन तक बड़े पैमाने पर पर्यावरण नियमों को लेकर सख्ती की जाएगी. आज से 71 और टीमें निगरानी के लिए भेजे जाएंगी, पंजाब और हरियाणा को कहा गया है पराली जलाने पर रोक लगाएं.
बता दें कि बैठक में बुलाए गए कई राज्यों के मुख्य सचिव तो छोड़िए पर्यावरण सचिव भी बैठक में नहीं पहुंचे. कई राज्यों द्वारा जूनियर अधिकारी भेजे गए, सिर्फ दिल्ली के पर्यावरण मंत्री अपने मुख्य सचिव और पर्यावरण सचिव के साथ दूसरे बड़े अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए.
दिल्ली में नहीं मिल रहे मास्क
लगातार कई तरह की चेतावनी भी दी जा रही हैं, लेकिन ऐसे माहौल में जिस मास्क की सबसे ज्यादा जरूरत है वही राजधानी में उपलब्ध नहीं है.
इस प्रकार के मौसम में डॉक्टरों के द्वारा अधिकतर घर में एयर प्यूरिफायर और N-95 फेस मास्क के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है. लेकिन दिल्ली में अधिकतर मेडिकल स्टोर के पास ये मास्क उपलब्ध ही नहीं है. जबकि कई मेडिकल स्टोर तो साधारण मास्क ही बेच रहे हैं.
पिछले दो दिनों में दिल्ली में हवा की क्वालिटी बुरी से बहुत बुरी तक पहुंची है, ऐसे में चिंता बढ़ना लाजिमी है. बुधवार को ही दिल्ली में हवा की क्वालिटी 366 थी, जो काफी आम दिनों के मुकाबले काफी खतरनाक है. हालांकि, दिल्ली के राजेंद्र नगर, करोल बाग, कनॉट प्लेस, ग्रीन पार्क, एम्स और सफदरजंग अस्पताल के पास N-95 फेस मास्क मिल रहे हैं.
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, इसको देखते हुए अब नई दिल्ली इलाके में NDMC ने एक पहल की है. इस पहल के तहत पेड़ों पर पानी छिड़का जा रहा है, ताकि उनपर जमी धूल हटाई जा सके. और शुद्ध हवा की सप्लाई हो सके.
एक्सपर्ट के हवाले से लगातार इस प्रकार की चेतावनी दी जा रही है कि अगले दो दिन दिल्लीके लिए काफी मुश्किल हो सकते हैं. सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, गुड़गांव जैसे क्षेत्र में भी चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. दिल्ली में प्रदूषण की बढ़ती चिंता को देखते हुए मेट्रो के चक्करों को बढ़ा दिया गया है. दिल्ली मेट्रो ने नई 21 ट्रेनों का चलाया है, इसके तहत करीब 812 फेरे ज्यादा लगाए जाएंगे.