अमन के दुश्मन आतंकियों की बुरी निगाहें एक बार फिर राजधानी दिल्ली की ओर लगी हुई हैं. खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली में आतंकी धमाके का खतरा बताते हुए अलर्ट जारी किया है.
इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने आगाह किया है कि दिल्ली आतंकी संगठनों- इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के निशाने पर है. आतंकी यहां धमाके करके दहशत फैलाना चाहते हैं.
आईबी सूत्रों के मुताबिक, आतंकी संगठन दिल्ली में हुए बटला हाउस एनकाउंटर का एक और बदला लेना चाहते हैं. इसी नापाक मंसूबे को अंजाम देने के लिए आतंकी अपना जाल बिछा रहे हैं. बहरहाल, अलर्ट के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
बटला हाउस एनकाउंटर केस पर एक नजर:
मामला 19 सितंबर, 2008 का है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बटला हाउस इलाके के फ्लैट एल-18 में दबिश दी थी. इस दौरान हुए एनकाउंटर में इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा शहीद हुए थे, जबकि कुछ पुलिसवाले जख्मी हुए थे.
एनकाउंटर में साजिद और आतिफ नाम के दो आतंकियों की मौत हो गई थी, जबकि शहजाद और जुनैद मौके से भाग निकलने में कामयाब रहे. बाद में शहजाद को पुलिस ने आजमगढ़ से गिरफ्तार किया था, जबकि जुनैद अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है.
बटला हाउस एनकांटर के बाद यह आरोप भी लगाए जा रहे थे कि मुठभेड़ फर्जी थी, लेकिन साकेत कोर्ट के हालिया फैसले के बाद यह साफ हो गया कि एनकाउंटर फर्जी नहीं था.
बटला हाउस एनकांउटर केस में सजा का ऐलान हो चुका है. दिल्ली की साकेत कोर्ट ने जुलाई, 2013 में इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की हत्या के दोषी शहजाद अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई.