लॉकडाउन के तीसरे चरण में प्रवेश करने पर भी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र Covid-19 वक्र को समतल नहीं कर पाया है. 25 मार्च को जब लॉकडाउन शुरू हुआ तब तक भारत में 519 पॉजिटिव केस रिपोर्ट हुए थे. वहीं देश में 5 मई, सुबह 11 बजे तक पॉजिटिव मालों की संख्या बढ़कर 46,433 हो गई. इनमें 3,900 केस पिछले 24 घंटे में ही सामने आए. ये एक दिन में केस की संख्या में सबसे बड़ी छलांग है.
फैक्टर कई हो सकते हैं, जैसे कि प्रतिबंधों में ढील, शिथिलता और लॉकडाउन को अमल में लाने वाले सिस्टम का कमजोर पड़ना आदि. आजतक/इंडिया टुडे की ओर से ट्रैफिक डेटा को खंगाला गया तो पता चला कि लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन दिल्ली और बेंगलुरु जैसे शहरों की सड़कों पर खासी गहमागहमी रही.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
‘टॉम टॉम’ एक टेक कंपनी है जो रियल टाइम में सड़कों की स्थिति को मैप करती है. इस कंपनी के डेटा के मुताबिक बेंगलुरु और दिल्ली में लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन सड़कों पर जितनी भीड़ दिखी, उतनी लॉकडाउन में अभी तक किसी भी दिन में देखने को नहीं मिली. मुंबई और पुणे में सोमवार की पीक ऑवर डेंसिटी मामूली तौर पर ही ज्यादा थी.
बेंगलुरु
टेक सिटी में सोमवार दोपहर 12 बजे और शाम 7 बजे अपेक्षाकृत ज्यादा चहल-पहल रही. डेटा बताता है कि सोमवार दोपहर को एक हफ्ते पहले के 9 प्रतिशत के मुकाबले ट्रैफिक डेंसिटी 19 प्रतिशत रही. वहीं शाम को भीड़ पिछले हफ्ते के 15 प्रतिशत की तुलना में 24 प्रतिशत पर पहुंच गई.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
नए नियमों के अनुसार, बेंगलुरु में पीक-ट्रैफिक का वक्त पिछले हफ्ते के 8 बजे से बदलकर अब शाम 7 बजे हो गया है. अगर Covid से पहले सडक की स्थितियों को देखा जाए तो बेंगलुरु की रश-ऑवर भीड़ महामारी से पहले के औसत स्तर से अब भी 86% कम है. ट्रैफिक डेटा एग्रीगेटर्स के मुताबिक सिर्फ लॉकडाउन के दिनों की बात की जाए तो सोमवार को ट्रैफिक में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली.
बेंगलुरु में पिछले सात दिनों में ट्रैफिक कंजेशन की स्थिति
दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी में भी सोमवार को ट्रैफिक गहमागहमी बढ़ी दिखाई दी, लेकिन अन्य शहरों के उलट यहां दिन में सबसे ज्यादा ट्रैफिक 6 बजे शाम को देखा गया. दिल्ली में सोमवार को दोपहर ‘बिना रश-ऑवर’ का ट्रैफिक पिछले हफ्ते के 9 प्रतिशत के मुकाबले 15 प्रतिशत था. वहीं, 6 बजे शाम के रश-ऑवर में ये ट्रैफिक पिछले हफ्ते के 6 प्रतिशत के मुकाबले 13 प्रतिशत दिखाई दिया. अगर Covid महामारी शुरू होने से पहले की बात की जाए तो शाम 6 बजे दिल्ली की औसत भीड़ 93 प्रतिशत थी.

दिल्ली में पिछले सात दिनों में ट्रैफिक कंजेशन की स्थिति
मुंबई
देश में कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित शहर मुंबई है. मुंबई में सोमवार को ट्रैफिक भीड़ में मामूली बढ़ोतरी देखी गई. दोपहर में, यह पिछले हफ्ते के 5 प्रतिशत की तुलना में 7 प्रतिशत दर्ज किया गया. शाम 7 बजे, यह पिछले हफ्ते के 6 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 11 प्रतिशत हो गया. इस वक्त के लिए लॉकडाउन से पहले की स्थिति में मुंबई का सामान्य ट्रैफिक कंजेशन का स्तर 104 फीसदी था. सोमवार को अपने पीक पर भी मुंबई ने पूर्व-Covid स्थिति की तुलना में 93% कम ट्रैफिक कंजेशन देखा.
देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें

मुंबई में पिछले सात दिनों में ट्रैफिक कजेशन की स्थिति
पुणे
महाराष्ट्र के कोरोना वायरस से प्रभावित सबसे अधिक शहरों में पुणे का भी नाम है. पुणे में पीक ट्रैफिक अन्य शहरों की तुलना में सोमवार दोपहर को देखा गया. पिछले हफ्ते के 4 प्रतिशत की तुलना में ये 7 प्रतिशत रहा.
पुणे में शाम 7 बजे ट्रैफिक कंजेशन 6 प्रतिशत दिखा. शटडाउन से पहले की बात की जाए तो पुणे में शाम को 7 बजे अमूमन रश-ऑवर में ट्रैफिक कंजेशन का स्तर 103 प्रतिशत था.

पुणे में पिछले सात दिनों में ट्रैफिक कंजेशन की स्थिति