देश में कोरोना वायरस के संक्रमण और इससे निपटने की तैयारियों का ताजा हाल बताने के लिए की जाने वाली स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 13,387 हुई है. कोरोना से अब तक 437 लोगों की मौत हुई है. कोरोना से 24 घंटे 23 लोगों की मौत हुई है. देश में कोरोना केस बढ़ने में 40 फीसदी की कमी आई है. कोरोना संक्रमित 13.6 फीसदी मरीज ठीक हुए हैं. देश में कोरोना के 80 फीसदी मरीज ठीक हो रहे हैं. देश के लिए एक भी मौत चिंता का विषय है. हमें हर मोर्चे पर कोरोना से लड़ना है. हमारी कोशिश तेजी से काम करने की है. देश में एंटी बॉडीज पर काम हो रहा है. प्लाज्मा तकनीकी से इलाज पर काम कर रहे हैं. एंटी वायरल ड्रग पर भी काम जारी है.
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि लॉकडाउन से पहले कोरोना केस दोगुना होने में 3 दिन लग रहे थे लेकिन पिछले 7 दिनों का डेटा देखें तो हमारा डबलिंग रेट अब सिर्फ .2 दिन है. 19 राज्य ऐसे हैं जहां डबलिंग रेट देश के एवरेज से भी कम है. वे राज्य हैं केरल, हरियाणा, उत्तराखंड, लद्दाख, हिमांचल, पुडुचेरी, बिहार, ओडिशा, चंडीगढ़, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, यूपी, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, असम, पंजाब और त्रिपुरा हैं.
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लव अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय आंकड़ों का लगातार विश्लेषण कर रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रोथ फैक्टर के आधार पर भी हमने देखा है कि एक अप्रैल से 1.2 का एवरेज ग्रोथ फैक्टर पाते हैं जबकि दो हफ्ते पहले (15 मार्च से 31 मार्च तक) देखें तो यही ग्रोथ फैक्टर 2.1 था. यानी हम पाते हैं कि करीब 40 फीसदी ग्रोथ फैक्टर में गिरावट आई है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि हम देश में अपना सैंपल रेट बढ़ा रहे हैं.
लव अग्रवाल ने आगे कहा कि देश में सामने आए कोरोना केसों का आउटकम रेशियो भी कैलकुलेट किया गया है. वैसे तो देश के लिए हर केस और हर डेथ चिंता का विषय है. लेकिन आउटकम रेशियो को देखें तो हमारे 80 फीसदी केस रिकवर हो रहे हैं. 20 फीसदी केस में डेथ रिपोर्ट हुई है. इसे अगर हम दूसरे देशों से कंपेयर करें तो शायद हम कुछ बेहतर कर रहे हैं और हमें इसे और बेहतर करने की जरूरत है. हमे एफर्ट करना है कि हम अपना ट्रीटमेंट और केयर और बेहतर करें, ताकि हम इस रेशियो में और इंप्रूवमेंट ला सकें.
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लव अग्रवाल ने कहा कि पांच लाख रैपिड एंटी बॉडी किट्स सभी राज्यों और जिलों में जहां भी हाई केस बर्डन नोट किया गया था वहां वितरत की जा रही हैं. लॉकडाउन को लेकर ग्रुप ऑफ मिनस्टर्स के साथ चर्चा हुई है. डायग्नोसिस, ड्रग्स, वैक्सीन, हॉस्पिटल इक्विपमेंट के लिए प्रयासों को रिव्यू किया गया है. हमें हर मोर्चे पर यह लड़ाई लड़नी है. टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाई जा रही है. हम प्रयास कर रहे हैं कि जल्द रिजल्ट देने वाले टेस्ट किट बनाए जाएं.
लव अग्रवाल ने बताया कि देश में वैक्सीन डवलपमेंट को लेकर भी काम चल रहा है. भारत ग्लोबल पार्टनर्स के साथ काम कर रहा है ताकि हम यह सुनिश्चित कर सकें कि हमारी इफेक्टिव वैक्सीन डवलप हो सकें और हम जल्द से जल्द उसे लोगों को मुहैया करा सकें. यह एक टाइम कंज्यूमिंग प्रोसेस है. हमारे सारे एक्शन इसको स्पीडअप करने के लिए हैं. हम एक रणनीति के तहत काम कर रहे हैं जिसमें इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में भारत के पारंपरिक ज्ञान का भी ध्यान रखा जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि मई तक 10 लाख रैपिड किट बना पाएंगे. एंटी वायरल ड्रग पर भी काम जारी है.
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अंत में लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए देश में 1919 कोविड अस्पताल बनाए जा चुके हैं. इनमें एक लाख 73 हजार आइसोलेशन बेड, 21800 आईसीयू बेड हैं. हम हर तरह से अफर्ट कर रहे हैं. अहमदाबाद में भी एक कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है. अहमदाबाद के सिविल अस्पताल को सिर्फ 5 दिनों में कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है.