योगी सरकार ने प्रियंका गांधी के मजदूरों के लिए एक हजार बसें भेजने की मांग को स्वीकार कर लिया है. इस पर प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार जताया है. प्रियंका ने कहा कि महामारी के समय इंसान की जिंदगी को बचाना, गरीबों की रक्षा करना, उनकी गरिमा की हिफाजत करना हमारा नैतिक दायित्व और अधिकार है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस कठिन समय में अपनी पूरी क्षमता और सेवाव्रत के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है. ये बसें हमारी सेवा का विस्तार हैं. यूपी में पैदल चलते हुए हजारों भाई-बहनों की मदद करने के लिए कांग्रेस के खर्चे पर 1000 बसों को चलवाने की इजाजत देने के लिए धन्यवाद.
.@myogiadityanath जी महामारी के समय इंसान की जिंदगी को बचाना, गरीबों की रक्षा करना, उनकी गरिमा की हिफाजत करना हमारा नैतिक दायित्व और अधिकार है।
कांग्रेस इस कठिन समय में अपनी पूरी क्षमता और सेवाव्रत के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है।
ये बसें हमारी सेवा का विस्तार हैं। 1/3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 18, 2020
बता दें कि कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार को 1000 बसें देने का प्रस्ताव रखा गया था, इन बसों को यूपी बॉर्डर पर खड़ा किया गया था. लेकिन, यूपी सरकार ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और कहा था कि सरकार की ओर से पर्याप्त मात्रा में बसों का इंतजाम किया जा रहा था. हालांकि अब योगी सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के 1000 बसों का प्रस्ताव स्वीकार करते हुए चालक,परिचालक का नाम समेत सूची मांगी है.
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उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को जवाबी पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए अपने स्तर पर 1,000 बसों को चलाने के आपके प्रस्ताव को स्वीकार किया जाता है.
सरकार की ओर से कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी वाड्रा से एक हजार की बसों की सूची, चालक और परिचालक का नाम और अन्य विवरण उपलब्ध कराने को कहा गया है, जिससे इनका उपयोग प्रवासी श्रमिकों की सेवा में किया जा सके.