कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने रविवार को मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला. पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार की दोगली नीति सामने आ गई है. एक तरफ तेलों के दाम घटाने की बात होती है, तो दूसरी ओर कीमतें बढ़ा दी जाती हैं.
सुरेजवाला ने एक ट्वीट कर पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी को 'डकैती', 'कटौती' और 'बढ़ोतरी' से जोड़ा. गौरतलब है कि दो दिन पहले पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए जाने के बाद फिर से तेलों के दाम बढ़ने शुरू हो गए हैं. बीते 5 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने ढाई रुपए कटौती का ऐलान किया और राज्यों से भी इतनी कटौती करने की बात कही. कई राज्यों ने ढाई रुपए की कटौती भी की है जिससे तेलों के दाम कुल 5 रुपए तक कम हुए हैं लेकिन अगले ही दिन से दाम में बढ़ोतरी शुरू हो गई है.
दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल के दाम में 18 पैसे और रविवार को 14 पैसे की बढ़ोतरी हुई. शुक्रवार को जो पेट्रोल 81.50 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था, रविवार को उसकी कीमत 81.82 रुपए हो गई. इसी तरह डीजल के दाम में शनिवार और रविवार को 29 पैसे की बढ़ोतरी हुई. शुक्रवार के दिन ढाई रुपए की कटौती के साथ डीजल 72.95 रुपए पर बिक रहा था. वही रविवार को इसकी कीमत 73.53 रुपए प्रति लीटर हो गई.
मोदी सरकार की दोगली नीति -
एक हाथ से दिया, दूसरे हाथ से लिया!
पिछले दो दिनों में (दिल्ली में)-
पेट्रोल के दाम- ₹0.32/ltr बढ़ें ⬆️
डीज़ल के दाम-₹0.58/ltr बढ़े ⬆️
जनता इस छल को याद रखेगी हर पल!
पहले भारी डकैती,
फिर मामूली कटौती
अब फिर बढ़ौतरी !
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 7, 2018
सुरजेवाला ने इसी बढ़ोतरी पर रविवार को ट्वीट कर मोदी सरकार के खिलाफ निशाना साधा. सुरजेवाला के मुताबिक, मोदी सरकार एक तरफ कीमतें घटाने की बात करती है, जबकि दूसरी ओर हर दिन तेलों के दाम में इजाफा देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र के इस 'छल' को जनता याद रखेगी.
पेट्रोल डीजल के दाम में केंद्र की 2.50 रुपए की कटौती को आम आदमी पार्टी ने भी दिखावा करार दिया. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता दिलीप पांडे ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार की कटौती महज दिखावा है.
उन्होंने कहा, सच्चाई ये है कि दिल्ली में अभी भी देश के तमाम बीजेपी शासित राज्यों और गैर बीजेपी शासित राज्यों से सस्ता पेट्रोल और डीजल है. दिलीप पांडे ने कहा कि 13-14 रुपए पेट्रोल बढ़ाकर ढाई रुपया कम करके आप क्या साबित करना चाहते हैं? पेट्रोल की कीमतें बरगद के पेड़ की तरह विशाल होती जा रही हैं. उन्होंने कहा कि आप पत्तियां तोड़कर कह रहे हैं कि समस्या को हमने समाप्त कर दिया है.