खादी विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) की डायरी और कैलेंडर में गांधी के बजाए मोदी की तस्वीर ने सियासी रंग ले लिया है. कांग्रेस का कहना है कि मोदी इस मामले में देश से माफी मांगें.
निशाने पर मोदी
आजतक के साथ बातचीत में पार्टी नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के मुताबिक इस घटना से साबित हुआ है कि मोदी सिर्फ अपनी पब्लिसिटी में दिलचस्पी रखते हैं. उनका कहना था कि मोदी खुद को राष्ट्रपिता से बड़ा दिखाना चाहते हैं. हालांकि सूट-बूट की सरकार चलाने वाले मोदी ऐसा कर नहीं पाएंगे. सुरजेवाला का आरोप था कि बीजेपी गांधीजी की विरासत को देश के जेहन से मिटाना चाहती है.
कड़ी कार्रवाई की मांग
गांधी की तस्वीर को बदलने की कड़ी आलोचना करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि ये गुनाह है और इसके लिए दोषी अधिकारियों को फौरन बर्खास्त किया जाना चाहिए. उन्होंने प्रधानमंत्री से तस्वीर को फौरन हटाने की भी मांग की.
चेयरमैन की सफाई
दूसरी ओर KVIC के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना की मानें तो मसले पर विवाद बेबुनियाद है. सक्सेना का दावा है कि कमीशन की डायरी और कैलेंडर पहले भी गांधीजी की तस्वीर के बिना छपते रहे हैं और सिर्फ गांधीजी की तस्वीर छापने का कोई नियम नहीं है.
सक्सेना की दलील है कि मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल खादी को बढ़ावा देने के लिए किया गया है. उन्होंने मोदी को युवाओं का आदर्श बताया और दावा किया कि उनकी बदौलत पिछले 2 सालों में खादी का इस्तेमाल 34 फीसदी तक बढ़ा है.
KVIC सूत्रों की मानें तो कैलेंडर और टेबल डायरी में गांधीजी की तस्वीर ना छपना कोई नई बात नहीं है. के 1996 , 2002 , 2005 , 2011 , 2012 , 2013 , 2016 में भी ऐसा ही हुआ था.