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राष्ट्रमंडल खेलों की ऑडिट तीन महीनों में पूरी होगी: कैग

राष्ट्रमंडल खेलों पर खर्च पर बढ़ते विवादों के बीच भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) ने कहा कि खेलों से जुड़ीं परियोजनाओं का ‘व्यापक’ ऑडिट तीन महीने के भीतर पूरा कर लिया जायेगा. नियंत्रक और महालेखा परीक्षक विनोद राय ने कहा कि रिपोर्ट गोपनीय होगी और सिर्फ संसद में ही पेश की जायेगी.

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राष्ट्रमंडल खेलों पर खर्च पर बढ़ते विवादों के बीच भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) ने कहा कि खेलों से जुड़ीं परियोजनाओं का ‘व्यापक’ ऑडिट तीन महीने के भीतर पूरा कर लिया जायेगा. नियंत्रक और महालेखा परीक्षक विनोद राय ने कहा कि रिपोर्ट गोपनीय होगी और सिर्फ संसद में ही पेश की जायेगी.

उन्होंने कुछ ऑडिटरों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम राष्ट्रमंडल खेलों के ऑडिट की पूरी प्रक्रिया तीन महीने के भीतर पूरी कर लेंगे. यह एक बड़ा काम साबित होने वाला है. कम से कम 20 विभिन्न संगठनों को इसमें शामिल किया जायेगा.’ राय ने कहा, ‘अगर हम छह से आठ महीने का समय लगाते हैं और रिपोर्ट 2012 में सौंपते हैं तो पूरी कवायद का मकसद हासिल नहीं हो पायेगा. हम यह सुनिश्चित करायेंगे कि ऑडिट के नतीजे जल्द से जल्द उपलब्ध कराये जायें. यह सिर्फ खर्च के बारे में नहीं होगा.’ उन्होंने कहा कि ऑडिट के दौरान यह देखना होगा कि क्या वास्तविक कार्य या उद्देश्य पूरा हुआ है.

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नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने कहा, ‘यह देखना होगा कि क्या कोई ठोस नतीजा निकला, क्या जवाबदेही तय की गयी और क्या धन का उचित इस्तेमाल हुआ.’ राय ने कहा कि यह एक व्यापक ऑडिट होगा जिसके दायरे में राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में शामिल रहे सभी संगठनों को लाया जायेगा. उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी के परिवेश में ऑडिटिंग पर हुए 97वें अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारी रिपोर्ट को सिर्फ संसद के साथ साझा किया जायेगा.’

गौरतलब है कि कैग राष्ट्रमंडल खेलों की विभिन्न परियोजनाओं में हुए खर्च पर गौर कर रहा है. कैग के दलों ने यह ऑडिट प्रक्रिया अगस्त मध्य में ही शुरू कर दी थी. बहरहाल, खेलों के आयोजन के मद्देनजर इस प्रकिय्रा को 24 सितंबर से 14 अक्तूबर के बीच रोक दिया गया.

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