केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने असम में शांति के लिए सभी पक्षों से प्रयास करने की अपील की है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर 'वोट बैंक की राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए असम में जनसांख्यिकी बदलाव को 'बड़ा मुद्दा' करार देते हुए इस पर ध्यान केंद्रित करने को कहा.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली के इस आरोप के जवाब में कि कांग्रेस साफ तौर पर असम में सीमा पार से घुसपैठ को प्रोत्साहित कर रही है, शिंदे ने कहा कि यह सभी दलों की जिम्मेदारी है कि वे असम में शांति के लिए काम करें.
जेटली ने हालांकि यह जानने पर बल दिया कि सरकार असम में घुसपैठ तथा जनसांख्यिकी बदलाव की समस्या से निपटने के लिए क्या कर रही है, लेकिन शिंदे का जवाब वही रहा जो उन्होंने लोकसभा में दिया था.
जेटली ने कहा कि सरकार ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की बात कही है. इसे कानून एवं व्यवस्था की समस्या के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. हमें हिंसा के वास्तविक कारण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
कांग्रेस पर अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए बांग्लादेश से घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए जेटली ने कहा कि हिंसा की स्थिति दोबारा पैदा हो सकती है. वहीं, शिंदे ने जेटली के बयान का जवाब देते हुए कहा कि सरकार विपक्षी दलों की भावनाओं तथा चिंताओं को समझती है. यह चिंता का कारण है, पार्टी का कोई मुद्दा नहीं.