नागरिकता संशोधन बिल संसद में पेश हो चुका है. वहीं इस बिल को लेकर कांग्रेस ने विरोध जताया है. लोकसभा में कांग्रेस का कहना है कि इस बिल के जरिए बीजेपी हिंदू राष्ट्र बनाने की तरफ कदम बढ़ा रही है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बिल का विरोध करते हुए कहा, 'हम नागरिकता संशोधन बिल का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह भेदभावपूर्ण है. अगर किसी पीड़ित समुदाय को शरण दे रहे हैं तो हम इसका विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन हमारा विरोध इस बात का है कि इसका मानदंड धर्म को बनाया जा रहा है. इसे बदलना चाहिए. बीजेपी हिंदू राष्ट्र स्थापित करने की तरफ आगे कदम बढ़ा रही है.'
AR Chaudhary,Congress in LS:We're opposing #CitizenshipAmendmentBill,as it's discriminatory.The argument of persecuted refugees can be dealt by making separate provisions through amendment in current law for accommodating refugee.A separate discriminatory law is not needed for it pic.twitter.com/mcrxCIuyJ7
— ANI (@ANI) December 9, 2019
इससे पहले विपक्षी दलों के हंगामे के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता बिल (संशोधन)- (Citizenship Amendment Bill) पेश किया. इस बिल के पेश करते ही कांग्रेस पार्टी ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह विधेयक संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है, क्योंकि यह बिल समानता का उल्लंघन करता है. सरकार अनुच्छेद 14 को नष्ट कर रही है.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह विधेयक मुसलमानों के खिलाफ है और भारतीय संविधान के अनुच्छेद-14 (समानता का अधिकार) का उल्लंघन करता है. उन्होंने आगे कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. इसलिए यह बिल नहीं लाया जाना चाहिए, क्योंकि इसमें लोगों के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है.