केंद्रीय सूचना आयुक्त (सीआईसी) ने दिल्ली और गुजरात की यूनिवर्सिटीज को यह निर्देश दिया है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री की जानकारी से जुड़े सभी RTI का जवाब दें. खास बात यह है कि ये निर्देश दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के सीआईसी को चिट्ठी को लिखने के एक दिन बाद दिया गया है.
इतना ही नहीं CIC श्रीधर आचार्युलू ने पीएमओ को भी यह निर्देश दिया है कि वे यह बताएं कि पीएम के पास कितनी डिग्री हैं और वे किस साल जारी हुई हैं ताकि दिल्ली यूनिवर्सिटी और गुजरात यूनिवर्सिटी को रिकॉर्ड खोजने में मदद मिल सके.
केजरीवाल की आरटीआई पर दिए अपने आदेश में सीआईसी ने कहा है कि हालांकि चुनावी पर्चे में डिग्री के बारे में जानकारी देना जरूरी नहीं है लेकिन अगर कोई मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री की डिग्री के बारे में जानकारी हासिल करना चाहता है तो उसे सार्वजनिक करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
सीएम केजरीवाल ने की थी मांग
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री की डिग्री का मुद्दा उठाकर गुरुवार को हमला बोला था. केजरीवाल ने केंद्रीय सूचना आयुक्त से पीएम की शिक्षा से जुड़ी जानकारी को सार्वजनिक करने की मांग की थी.
क्या कहा था केजरीवाल ने?
दरअसल केजरीवाल से केंद्रीय सूचना आयुक्त ने उनसे जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने के बारे पूछा, जिसका जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि मुझसे संबंधित सरकारी रिकॉर्ड में जितनी भी जानकारियां हैं, उनको सार्वजनिक करने में मुझे कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन मुझे पता चला है कि आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की डिग्री से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी है. आरोप लग रहे हैं कि नरेंद्र मोदी जी के पास कोई डिग्री नहीं है. ऐसे में पूरे देश की जनता सच्चाई जानना चाहती है. फिर भी आपने उनकी डिग्री से संबंधित जानकारी सार्वजनिक करने से मना कर दिया. आपने ऐसे क्यों किया? यह तो गलत है.
मेरे साथ पीएम की जानकारियां भी हों सार्वजनिक: केजरीवाल
दिल्ली के सीएम ने आगे कहा, 'ऐसा करने से जनता के मन में शंका पैदा होगी कि क्या कमीशन वाकई निष्पक्ष है? मेरा आपेस निवेदन है कि मुझसे संबंधित सारी जानकारी सार्वजनिक करने के साथ-साथ आप प्रधानमंत्री की डिग्री से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने की हिम्मत दिखाएं.