चीन और नेपाल से सीमा विवाद पर कांग्रेस ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई और मनीष तिवारी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि अगर नेपाली संसद बिल पास कर सकती है तो भारत भी संसद का विशेष सत्र बुलाकर सीमा विवाद जैसे गंभीर मसले पर चर्चा कर सकता है.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी में मतभेद के सवाल पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सूत्रों से आधारिक खबरों से गलत निष्कर्ष निकलता है. सीडब्ल्यूसी के दौरान कोई मतभेद नहीं हुआ. कोरोना संकट और चीन सीमा विवाद पर कांग्रेस एकमत है. हर किसी को अपने विचारों को स्पष्ट करने का अधिकार है. सीडब्ल्यूसी के संकल्प पर कोई असंतोष नहीं है.
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वहीं, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आरोपों पर मनीष तिवारी ने कहा कि हर कोई जानता है कि 2004 से 2014 के बीच बीजेपी ने क्या किया था. अगर बीजेपी को लगता है कि जब विपक्ष सवाल पूछता है तो वह देश विरोधी हो जाता है तो अतीत में अपने कार्यों के लिए बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए.
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एच1बी वीजा पर मनीष तिवारी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले पर सरकार की ओर से एक भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई. एलएसी विवाद पर मनीष तिवारी ने कहा कि अतीत में जो हुआ वह सारहीन है. हमें चिंता है कि इस समय क्या हो रहा है.
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कोरोनिल दवा पर मनीष तिवारी ने कहा कि कोई भी कोरोना को मात देने के लिए दवा खरीदने के लिए दौड़ेगा. इससे लाखों लोगों के स्वास्थ्य पर बहुत गंभीर असर पड़ सकता है. अगर इसकी अनुमति दी जाती है तो कई अन्य ऐसे दावे करेंगे. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.