उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने रविवार को केन्द्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाया. सपा का आरोप है कि कांग्रेस के नेतृत्व में चल रही यूपीए सरकार रिटेल में एफडीआई और प्रमोशन में रिजर्वेशन का समर्थन नहीं करने पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को सीबीआई के जाल में फंसा रही है. सपा ने कहा कि इस खेल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी शामिल है.
सपा के प्रान्तीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने लखनऊ में एक बयान में कहा चूंकि सपा प्रमुख एफडीआई को किसान विरोधी कदम बताकर उसका कड़ा विरोध कर रहे हैं और प्रमोशन में रिजर्वेशन संबंधी संविधान संशोधन विधेयक को सामाजिक सौहार्द पर आघात मानते हैं, इसलिए उनको ही सीबीआई के शिकंजे में कसने की निंदनीय कोशिशें की जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार एफडीआई के जरिये आर्थिक ताना-बाना नष्ट करने के साथ-साथ प्रमोशन में रिजर्वेशन के जरिये सामाजिक वैमनस्य को बढ़ावा देने में लगी है. इसका विरोध करने पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को घेरने तथा उन्हें सीबीआई का भय दिखाने का भी षड्यंत्र रचा गया है.
चौधरी ने कहा कि हमेशा गांव और गरीबों के लिए तन-मन-धन से काम करने वाले सपा प्रमुख पर तरह-तरह के इल्जाम लगाये जा रहे हैं लेकिन मुलायम सिंह यादव ने हमेशा जोखिमों की परवाह नहीं करते हुए ऐसे मौकों पर सदैव साहस का परिचय दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के इस खेल में बीजेपी भी साझीदार है जो साम्प्रदायिकता के बूते सत्ता में आने को छटपटा रही है.
सपा प्रवक्ता ने कहा कि यूपीए सरकार और कांग्रेस के तमाम दबावों के बावजूद समाजवादी पार्टी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में अपने सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं करेगी.