बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद से राजद के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. भ्रष्टाचार उनका पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा.
अब सीबीआई ने लालू और महागठबंधन में उप-मुख्यमंत्री उनके बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ समन भेजा है. सीबीआई ने लालू और तेजस्वी को पूछताछ के लिए 25-26 सितंबर को सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए कहा है.
लालू और तेजस्वी के खिलाफ यह समन रेलवे टेंडर घोटाले के संबंध में भेजा गया है.
इसी मामले में सीबीआई इससे पहले भी लालू और तेजस्वी को नोटिस भेज चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य का हवाला देकर लालू और तेजस्वी सीबीआई की पूछताछ में शामिल होने नहीं पहुंचे.
वहीं महागठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ बिहार में सरकार बना चुकी जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार के अनुसार, सीबीआई लालू की बेनामी जमीनों की जांच कर रही है कि रेलवे का ठेका देने के एवज में कैसे इन जमीनों का मालिकाना हक डिलाईट मार्केटिंग प्राईवेट लिमिटेडकम्पनी को बेच दिया गया.
ज्ञात हो कि डिलाईट कंपनी का मालिकाना हक लालू के परिवार के पास ही है. यह भी उल्लेखनीय है कि डिलाईट जलापुर दानापुर में बिहार का सबसे बड़ा मॉल बना रही थी. मॉल को मेरेडियन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी बना रही थी जिसके एम डी सैय्यद अब्दु दोजाना है और वो आरजेडी के विधायक भी है.
इस कम्पनी के जमीनों की बुक वैल्यू 1.9 करोड़ रुपये थी, जबकि मार्केट वैल्यू 65 करोड आंकी गई. वहीं एके इन्फोसिस्टम्स के तीन प्लांट की बुक वैल्यू 1.6 करोड़ रुपये थी, जबकि उनकी मार्केट वैल्यू 20 करोड़ रुपये आंकी गई.
मनी लांडरिंग के एक अन्य मामले में सीबीआई डिलाईट कंपनी के 9 प्लांट जब्त करने का आदेश जारी कर चुकी है.