रेल घूस कांड की परतें उधेड़ने में जुटी सीबीआई ने इससे जुडे दो ओर मामलों में नई प्रिलिमिनरी एन्क्वायरी दर्ज की है. एक एन्क्वायरी में मंत्री पद गवां चुके पवन बंसल के निजी सचिव राहुल भंडारी अब सीबीआई के निशाने पर आ गये हैं, तो दूसरी एन्क्वायरी की जद में है रेलवे बोर्ड के मेंबर इलेक्ट्रिकल कुलभूषण.
कुलभूषण की पोस्ट यानी मेंबर इलेक्ट्रिकल बनने के लिए ही रेलवे बोर्ड मेंबर महेश कुमार ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल से 10 करोड़ में सौदा तय किया था. इस मामले में सबूतों की तलाश में जुटी सीबीआई को पवन बंसल के निजी सचिव आईएएस राहुल भंडारी के खिलाफ कुछ जानकारी मिली.
सूत्रों के मुताबिक राहुल भंडारी पर पैसे लेकर रेल मंत्रालय में पोस्टिंग में दखलंदाजी करने का आरोप है. वहीं दूसरी ओर रेलवे बोर्ड के मेंबर इलेक्ट्रिकल कुलभूषण के खिलाफ सीबीआई को ऐसे सबूत मिले हैं कि उन्होंने रेलवे का एक ठेका दिलाने में एक ठेकेदार को बेजा फायदा दिया. इसके लिए कुलभूषण ने ठेके की शर्तों में इस तरह के बदलाव किए, ताकि ठेकेदार को करोड़ों रुपये के इस ठेके को हासिल करने में मदद मिल सके.