कावेरी नदी के पानी बंटवारे को लेकर कर्नाटक में बवाल थम नहीं रहा. इस विवाद को लेकर बेंगलुरु समेत कर्नाटक के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. पुलिस ने भीड़ का काबू करने के लिए फायरिंग की, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई. मंगलवार को बेंगलुरु के अस्पताल में भर्ती एक और व्यक्ति की मौत के साथ अब तक मरने वालों की संख्या दो हो गई. इस बीच सीएम सिद्धरमैया ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का न्यायपालिका में पूरा भरोसा है. सिद्धरमैया ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार हमने छह दिनों के लिए पानी छोड़ा है. आदेश का पालन करना हालांकि कठिन है, लेकिन हम इसका पूरा सम्मान करते हैं. लोगों से अपील है कि वह कानून हाथ में ना लें. सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएं.'
इस बीच कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बताया कि हिंसक प्रदर्शन के दौरान 350 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने फोन पर की बात
कर्नाटक और तमिलनाडु की हिंसा से केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी हरकत में आ गए और उन्होंने इस मामले को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सोमवार को बात की. गृह मंत्री ने दोनों राज्यों को केंद्र की तरफ से पूरी मदद का आश्वासन दिया है. इस बीच, केंद्र ने कर्नाटक में स्थिति को संभालने के लिए RAF की 7 और कंपनियां भेजी है.
Violence is not a solution to any problem. We have to maintain peace and tranquillity in the society: Karnataka CM pic.twitter.com/JzznVWgthe
— ANI (@ANI_news) September 13, 2016
SC के आदेश के बाद शुरू हुई हिंसा
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कावेरी नदी के जल को लेकर अपने आदेश में संशोधन किया था, जिसके बाद सोमवार बेंगलुरु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई जबकि तमिलनाडु में भी कई जगह हालात
काबू से बाहर हो गए. पुलिस ने उस समय गोली चलाई जब भीड़ ने राजागोपाल नगर थाना क्षेत्र के हेग्गनहल्ली में एक गश्ती वाहन पर हमले का प्रयास किया. गुस्साई भीड़ ने तमिलनाडु के नंबर वाली बसों और ट्रकों में
आग लगा दी.
भीड़ ने फूंकी 35 बसें
बेंगलुरु में बिगड़े हालात के बाद धारा 144 लगा दी गई थी और देर रात 16 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया. बेंगलुरु के केपीएन बस डिपो में प्रदर्शनकारियों ने तकरीबन 35 बसें फूंक दी है. हालात संभालने के लिए
15 हजार पुलिसवाले तैनात किए गए हैं. हालांकि, ईद-उल-जुहा के मद्देनजर मस्जिदों और ईदगाहों में धारा 144 लागू नहीं है.
सिद्धारमैया ने जयललिता को लिखा पत्र
विवाद के बीच कर्नाटक ने तमिलनाडु में अपने राज्य के वाहनों और कन्नड़ लोगों की ओर से चलाए जा रहे होटलों पर हो रहे हमलों पर चिंता जाहिर करते हुए तमिलनाडु सरकार से सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि तमिलनाडु में अपनी समकक्ष जयललिता को पत्र लिखकर वे दोनों राज्यों के बीच मैत्री कायम रखने में सहयोग करने का अनुरोध करेंगे.
गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां भेजी
गृह मंत्रालय ने कर्नाटक में हालात काबू करने के लिए अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां भेजी हैं. गृह मंत्रालय ने पहले ही रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कंपनियां और
महिला बटालियन की एक कंपनी कर्नाटक में तैनात की हुई है. उधर गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय के अधिकारी लगातार दोनों राज्यों के अधिकारियों से संपर्क में हैं.