अगले 10 साल में लगभग दो करोड़, 40 लाख चीनी लोगों के लिए पत्नी खोजना आसमान से तारे तोड़ कर लाने जितना कठिन हो सकता है. एक अग्रणी संस्था ने इसका कारण लिंग आधारित गर्भपात और लिंगानुपात में असमानता को बताया है.
सरकार समर्थित संस्था चाइनीज अकैडमी ऑफ सोशल साइंसेज (सीएएसएस) की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समस्या के कारण ऐसी शादियों की संख्या भी बढ़ेगी, जिसमें पत्नियों की उम्र पतियों से ज्यादा होगी. देश में 1980 के बाद से पुरुषों का जन्म ज्यादा हुआ है.
सीएएसएस के अनुसार अवैध होने के बाद भी देश में लिंग चयन की सुविधा आसानी से उपलब्ध है और इसके दाम भी कम हैं. ग्लोबल टाइम्स ने केंद्र के शोधकर्ता वैंग गुआंगझोउ के हवाले से कहा ‘‘ग्रामीण इलाकों में यह समस्या ज्यादा गंभीर है क्योंकि वहां सामाजिक सुरक्षा तंत्र का अभाव है.’’ नेशनल पॉपुलेशन एंड फैमिली प्लानिंग कमिशन के अनुसार देश में लगभग 103 से 107 पुरुषों पर 100 महिलाएं हैं.