यूपी पुलिस ने बुलंदशहर गैंगरेप की वारदात से कोई सबक नहीं लिया है. हाईवे पर एक के बाद एक गैंगरेप और लूट की घटनाएं हो रही हैं. बरेली में नेशनल हाईवे पर भी बुलंदशहर जैसी घटना हुई. जिस पुलिस के कंधों पर इन अपराधों पर रोक लगाने की जिम्मेदारी है, प्रदेश में उन पुलिसकर्मियों की संख्या पर्याप्त नहीं है. इसके साथ ही जो हैं, वो सोए हुए हैं.
बुलंदशहर की घटना के बाद एक रियलिटी चैक में पाया गया कि यहां के थाने में थानेदार समेत पूरा थाना सो रहा है. जिस कैदी को उन्होंने पकड़ा, वो ना तो लॉकअप के अंदर है और ना ही हथकड़ियों या बेड़ियों से जकड़ा है. वो भाग भी सकता है, क्योंकि सभी पुलिसवाले मच्छरदानी में सो रहे हैं.
पुलिसवालों की संख्या बेहद कम
1. ढाई लाख है यूपी में कुल पुलिसवाले
2. एक लाख आबादी पर अभी हैं 67 पुलिस वाले
3. प्रति 100 वर्ग किलोमीटर पर हैं 70 पुलिसवाले
4. यूपी में आईपीएस के खाली हैं इस समय 114 पद
5. 2000 वीआईपी की सुरक्षा में तैनात हैं 5600 पुलिसवाले
6. एक लाख आबादी पर हो 222 पुलिसवाले. यूएन की सिफारिश
बरेली में भी बुलंदशहर जैसी वारदात
बरेली में एक शिक्षिका को मंगलवार को दिनदहाड़े अगवा कर दिल्ली-लखनऊ NH-24 को जोड़ने वाले राजकीय राजमार्ग से सटे एक खेत में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस ने बताया कि तीन बदमाशों ने लड़की को बलपूर्वक कार में बिठाया और गन्ने के एक खेत में ले गए, जहां यह घटना हुई और उसकी वीडियोग्राफी भी की गई.
बुलंदशहर सामूहिक दुष्कर्म मामले की सीबीआई जांच हो: बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है. पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष केशव मौर्य ने बुलंदशहर कांड पर प्रदेश सरकार के कबीना मंत्री आजम खां के बयान की निंदा करते हुए उसे घिनौना एवं शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा कि आजम का यह बयान उनके मानसिक दिवालियेपन की निशानी तथा सभ्य समाज को गाली है.
ये दिया था आजम ने बयान
यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खां ने रामपुर में कहा था कि हमें इस तरह के संज्ञान लेना चाहिए कि कहीं कोई विपक्षी विचारधारा जो सत्ता में आना चाहती है, सरकार को बदनाम करने के लिए कोई कुकर्म तो नहीं कर रही है? कुछ भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक है और विपक्ष सत्ता पाने के लिए किसी भी हद तक गिर सकता है. बुलंदशहर में 29 जुलाई की रात मां-बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ. इसके पीछे राजनीतिक साजिश हो सकती है. सत्ता की लोभी कई पार्टियां किसी भी हद तक जा सकती हैं.