संसद में सोमवार को शुरू हुए बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही. बढ़ती महंगाई को लेकर मोदी सरकार घिरती नजर आई. सत्र के पहले ही दिन सदन में प्रश्नकाल की शुरुआत होते ही विपक्ष के कुछ सदस्य बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर हंगामा करने लगे जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई. शोर-शराबे के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
इसके बाद जब 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा. नतीजतन स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इसके बाद लोकसभा को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
वहीं राज्यसभा में शोर-शराबे के बीच महंगाई पर चर्चा हुई. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने सदन में बहस की शुरुआत करते हुए बीजेपी की इस बात के लिए आलोचना की कि भाजपा ऐसे कदम उठा रही है, जिससे महंगाई बढ़ रही है.
आजाद ने कहा, 'बीजेपी का पूरा चुनाव अभियान महंगाई पर आधारित था. जनता ने उन्हें वोट दिया और जैसे ही वे सत्ता में आए उन्होंने ऐसे कदम उठाए, जिससे महंगाई और बढ़ गई.'
आजाद ने कहा, 'उन्होंने हमारे ऊपर गरीबों के प्रति संवेदनहीन होने के आरोप लगाए. लेकिन नई सरकार आने के सवा महीने में ही आम जनता महंगाई के कारण बुरी तरह परेशान है.'
जेडीयू नेता शरद यादव ने कहा कि एनडीए सरकार की नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ी. उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ महीने में महंगाई आसमान पर पहुंच गई है. जमाखोरों और बिचौलियों की वजह से चीजों के दाम काफी बढ़ गए हैं.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने बढ़े रेल किराये के वापस लिए जाने की मांग की. समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सरकार के महंगाई कम करने के वादे का क्या हुआ?
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि तेल कंपनियां मुनाफे में हैं. वह अंडर रिकवरी दिखा रही हैं. गरीबी रेखा के नए पैमाने पर उन्होंने कहा कि रंगराजन कमिटी सच्चाई से बहुत दूर है.
बीजेपी ने इसके जवाब में कांग्रेस नेतृत्व वाली पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार (यूपीए) को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया. बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'यह सच है कि लोग महंगाई से परेशान हैं. लेकिन इसके लिए जिम्मेदार कौन है? यह यूपीए सरकार की एक विरासत है.'
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की आज महंगाई के मुद्दे पर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाने की भी योजना है.
कार्यवाही से पहले हुई सर्वदलीय बैठक
कार्यवाही से पहले संसद भवन में सर्वदलीय बैठक हुई. बैठक में पीएम मोदी भी मौजूद थे. लेकिन 20 मिनट बाद वह चले गए थे. बैठक के बाद लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मीटिंग में महंगाई के साथ नेता विपक्ष के मुद्दे पर चर्चा हुई.
सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस द्वारा नेता विपक्ष का मामला उठाए जाने पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. बैठक खत्म होने के बाद संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कमलनाथ का नेता विपक्ष का मुद्दा उठाना जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. स्पीकर नेता विपक्ष पर फैसला करेंगी. इस बैठक में विभिन्न छोटे-बड़े दलों के करीब 45 नेता मौजूद थे. राष्ट्रीय महत्व के अनुसार सरकार हर मुद्दे पर संसद में चर्चा करने के लिए तैयार हैं.
वहीं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर हम प्रतिक्रिया नहीं करते. जब कोई आएगा तो हम इस पर चर्चा करेंगे. हम हर महत्वपूर्ण मसले पर चर्चा के लिए तैयार हैं.
8 को रेल बजट और 10 को आम बजट
एनडीए सरकार का पहला बजट वित्त मंत्री अरुण जेटली 10 जुलाई को पेश करेंगे. आठ जुलाई को संसद में रेल बजट पेश किया जाएगा, वहीं नौ जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण जारी किया जाएगा.
बजट सत्र 14 जुलाई तक चलेगा और इस दौरान 28 बैठकें होंगी जिसमें 168 घंटे कामकाज के लिए उपलब्ध होंगे.
सरकार कह चुकी है कि वह सदन में किसी भी मसले पर चर्चा के लिए तैयार हैं. संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने विपक्ष से अपील की है कि सदन के सुचारु संचालन और इसकी गरिमा बरकरार रखने में सदस्य सरकार का सहयोग करें.
बजट सत्र के दौरान सदन के संचालन पर मंत्रणा के लिए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा शनिवार को बुलाई थी. विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक में विपक्षी पार्टियों ने उन्हें सदन के सुचारु संचालन में सहयोग का भरोसा दिया था.
बताया जा रहा है कि बजट सत्र के दौरान विपक्ष महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. विपक्ष ने कहा है कि वह सत्र के दौरान महंगाई और रेल किराये में की गई हालिया वृद्धि के मुद्दे को उठाएगा.