हैदराबाद के मेहदीपट्टनम में जले हालत में मिले 11 साल के बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई. परिवार का आरोप है कि सिद्दीकी नगर के रहने वाले शेख मुस्तफौदीन को सेना के जवानों ने आग के हवाले कर दिया. मुस्तफौदीन बुरी तरह जली हालत में प्रतिबंधित सैन्य क्षेत्र में मिला था.
मेहदीपट्टनम छावनी के बीचोंबीच बसा सिद्दीकी नगर छोटा सा रिहायशी इलाका है, जहां करीब 200 घर हैं. यहां रहने वाले लोगों को छावनी इलाके में आने-जाने के लिए सेना से स्पेशल पास लेने होते हैं. छावनी का इलाका चारों तरफ से बंद है और नागरिकों के लिए एक छोटा रास्ता ही है.
सिद्दीकी नगर के शेख मुखिउदीन का बेटा मुस्तफौदीन एक स्थानीय मदरसे में पढ़ता है. पुलिस के मुताबिक, बुधवार दोपहर करीब दो बजे लोगों ने प्रतिबंधित इलाके के बाहर एक बच्चे की चीख-पुकार सुनी.
पुलिस का कहना है कि बुधवार दोपहर को लड़के पर केरोसीन डालकर जला दिया गया. घटनास्थल से सॉफ्ट ड्रिंक की वह बोतल बरामद कर ली गई है, जिसमें केरोसीन भी पाया गया है.
सेना ने इस घटना में अपने सैनिकों की संलिप्तता से इनकार किया है. सेना की प्रतिक्रिया में कहा गया है कि जांच करने पर पाया गया कि बच्चे को जलाने के आरोप झूठे हैं. सेना का कोई भी कर्मचारी इस घटना में शामिल नहीं है. सेना इस घटना की निंदा करती है.
आर्मी के अफसरों का कहना है कि सैन्य क्षेत्र में रहने वाले 200 परिवारों के साथ उनके अच्छे संबंध हैं. हम विश्वास नहीं कर सकते कि यहां का कोई आदमी बच्चे को जला सकता है.