गुरुवार को नरेंद्र मोदी दिल्ली में बीजेपी चुनाव समिति की पहली औपचारिक बैठक की अध्यक्षता करेंगे. पार्टी ने बैठक के एजेंडे का खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि मोदी की रैली और सभाओं को लेकर माथापच्ची हो सकती है. इस बीच ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि चुनाव समिति के सदस्यों के नाम का भी ऐलान हो सकता है.
प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद मोदी पर पूरी पार्टी की नजरें टिकी हैं. उम्मीद ये कि वो प्रचार और पार्टी को नयी दिशा देंगे. पहली बैठक तो मोदी ने आनन फानन में बुला ली जिसमें कई महासचिव तक नहीं पहुंच पाए थे.
अब मोदी पार्टी कार्यालय में पहले संसदीय बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेंगे और फिर प्रचार समिति के सदस्यों को भी बैठक में शामिल कर लिया जाएगा ताकि जो फैसले हों उसपर तुरंत ही समिति की मुहर लग जाए. वैसे पार्टी इस बैठक का ऐजेंडा साफ नहीं कर रही है.
हालांकि, प्रचार समिति के सदस्यों के नाम का ऐलान अब तक नहीं हुआ है, लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि इसमें 15 से 16 सदस्य होंगे. जिसमें 9 महासचिव, मुख्तार अब्बास नकवी, सुधांशु त्रिवेदी, पीयूष गोयल और दो सह संगठन महामंत्री मौजूद होंगे.
मोदी ने अपनी पहली बैठक में ये समझा दिया था कि अल्पसंख्यकों को नरम करने का एजेंडा भी चलेगा. जिसके फौरन बाद अल्पसंख्यकों के लिए अलग चार्टर बनाने का ऐलान कर दिया गया था. अब चर्चा इस बात पर होगी की मोदी की देश भर में रैलियां, कार्यकर्ता सम्मेलनों को अंतिम रुप कैसे दिया जाए.
लेकिन ये साफ है कि अंतिम फैसला संसदीय बोर्ड ही करेगा. तभी तो संसदीय बोर्ड की बैठक के साथ प्रचार समिति की बैठक का ऐलान किया गया है. शायद मोदी भी समझ गए हैं कि फिलहाल पार्टी को साथ लेकर चलना जरूरी है.