हरियाणा और महाराष्ट्र में जबर्दस्त जीत हासिल करने के बाद अब बीजेपी की निगाहें बंगाल और बिहार पर हैं. पार्टी इन दोनों राज्यों में अपना झंडा फहराने के लिए रणनीति बनाने जा रही है.हरियाणा और महाराष्ट्र दोनों प्रदेशों में बनेगी BJP की सरकार
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की
वरीयता सूची में अब बिहार में पार्टी की जीत और बंगाल में ममता बनर्जी के
मुख्य विपक्षी के रूप में अपने को स्थापित करना है. वे इन राज्यों पर बहुत
बारीकी से नजर गड़ाए हुए हैं.
आने वाले महीनों में हालांकि झारखंड में चुनाव हैं लेकिन अमित शाह उसे चुनौती नहीं मानते हैं. उनका मानना है कि वहां जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन काफी अलोकप्रिय हो गया है. जहां तक जम्मू-कश्मीर की बात है तो पार्टी के लिए वहां विधानसभा में अपनी सीटें बढ़ाना महत्वपूर्ण होगा. महाराष्ट्र में एनसीपी के समर्थन के पीछे वो फाइल तो नहीं!
अखबार ने लिखा है कि बिहार में जाति का समीकरण बहुत जटिल है और पार्टी के लिए यह बड़ी चुनौती है. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद नीतीश कुमार अपने प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद से जा मिले. लेकिन अमित शाह को उम्मीद है कि इसकी भी काट निकल जाएगी. उनका मानना है कि बिहार सरकार की कुछ न कर पाने की स्थिति का फायदा बीजेपी को मिलेगा. क्योंकि राज्य के हालात धीरे-धीरे खराब होते जा रहे हैं. कम नहीं हुए शिवसेना के तेवर, बोली- मोदी का पूरा अमला उतर गया था हमारे खिलाफ
उधर, बीजेपी ने बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के प्रति लोगों की नाराजगी का फायदा उठाने की रणनीति बनाई है. मुस्लिम वोटों के लिए ममता बनर्जी के व्यवहार से आम लोग बहुत खुश नहीं हैं. इसका फायदा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिला था. पार्टी अब वहां वाम दलों की जगह लेना चाहती है. वहां बांग्लादेशियों की बड़े पैमाने पर घुसपैठ का भी पार्टी फायदा उठाना चाहती है. शिवसेना को सबसे ज्यादा नुकसान BJP से