विपक्ष द्वारा लोकसभा की कार्यवाही बाधित करने, खाद्य सुरक्षा विधेयक पर चर्चा न करने और इसे पारित न होने देने को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को विपक्ष की आलोचना की और कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए विपक्ष गरीबों को नुकसान पहुंचा रहा है.
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने खास तौर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विधेयक को पारित नहीं होने देना चाहती, जबकि अन्य विपक्षी पार्टियों को विधेयक से कोई आपत्ति नहीं है.
कमलनाथ ने कहा, 'बीजेपी एक ओर कहती है कि वह भूमि अधिग्रहण विधेयक और खाद्य सुरक्षा विधेयक पर चर्चा करना चाहती है, क्योंकि वे ऐतिहासिक विधेयक हैं. दूसरी ओर वह सदन की कार्यवाही को बाधित करती है.'
उन्होंने कहा, 'अन्य राजनीतिक पार्टियां विधेयक पर बहस करना चाहती हैं और इसे पारित करना चाहती हैं. सिर्फ बीजेपी ही परेशानी खड़ी कर रही है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी सदन में वह बात नहीं कह रही है, जो वह सदन के बाहर कह रही है. जो कुछ भी उसने टीवी स्टुडियो में कहा है, उसे वह सदन में भी कह सकती थी, जिसका सरकार जवाब दे सकती थी.'
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने पहले कहा था कि विपक्ष का खास वर्ग खाद्य सुरक्षा विधेयक को लटका कर भूख की जगह भूखों को ही मिटाना चाहता है.
उन्होंने बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा, 'देश के 67 फीसदी लोगों को खाद्य सुरक्षा देने वाला विधेयक राजनीतिक अवसरवादिता की भेंट चढ़ रहा है. विपक्ष का बड़ा घटक अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए भूखों और गरीबों को नुकसान पहुंचा रहा है.'
केंद्रीय संसदीय राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि विपक्ष को कम से कम एक दिन के लिए सदन चलने देना चाहिए ताकि विधेयक पर बहस हो सके.