बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देश में 30 फीसदी वकील फर्जी हैं और उनके पास या तो कानून की ‘फर्जी’ डिग्रियां हैं या वे वकालत में नहीं हैं. मिश्रा ने कहा कि ऐसे लोग इस पेशे को बदनाम कर रहे हैं.
उन्होंने शनिवार शाम चेन्नई में वकील सम्मेलन 2015 में कहा, 'तीस फीसदी वकील फर्जी हैं जिनके पास या तो फर्जी डिग्री हैं या फिर वे वकालत में नहीं हैं. बीस फीसदी ऐसे वकील हैं जो वकील के ड्रेस पहनते तो हैं, लेकिन उनके पास उपयुक्त डिग्रियां नहीं होती हैं.' उन्होंने इस बात की ओर इशारा किया कि कैसे खुद दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री के पास कानून की फर्जी डिग्री है.
मिश्रा ने कहा, 'फर्जी वकील और वकालत से दूर कानून स्नातक इस पेशे के मापदंड को गिरा रहे हैं या उसका स्तर गिरा रहे हैं.' उन्होंने कहा कि बीसीआई के प्रमाणन और वकालत स्थल (सत्यापन) नियमावली, 2015 एसोसिएशन द्वारा ऐसे फर्जी, वकालत से दूर और बुरे तत्वों को अदालत परिसरों व बार एसोसिएशनों से निकालने के लिए उठाए गए कदमों में कुछ एक हैं.
उन्होंने कहा कि कार्रवाई के लिए विधिसम्मत अधिकार संपन्न बीसीआई बुरे तत्वों को बीसीआई की पंजिका से निकालने की प्रक्रिया में जुटा है.
-इनपुट भाषा से