राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद मामल की सुप्रीम कोर्ट में 4 जनवरी को सुनवाई होनी है. वहीं, दूसरी ओर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के तेवर सख्त हो गए हैं. वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का इंतजार नहीं कर सकते हैं. ऐसे में संसद के जरिए कानून बनाकर भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण का रास्ता निकाला जाए. इस संबंध में वीएचपी के लोग देश के सांसदों से लगातार मुलाकात कर रहे हैं. वाराणसी, अमेठी और रायबरेली के सांसद से मुलाकात का समय हमारे लोगों ने मांगा है.
विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने राम मंदिर निर्माण के लिए देश के 350 सांसदों से अभी तक मुलाकात कर चुके हैं. आलोक कुमार ने कहा कि अमेठी और रायबरेली के लोगों ने अपने सांसद से मुलाकात का समय मांगा है, जब वो समय देंगे तब मुलाकात की जाएगी.
बता दें कि अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सांसद हैं. जबकि रायबरेली से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं. ऐसे में इन दोनों सांसदों से वीएचपी के लोगों ने राम मंदिर के निर्माण के समर्थन के लिए समय मांगा है. हालांकि, अभी तक दोनों नेताओं ने वीएचपी के लोगों को मिलने का समय नहीं दिया है.
वहीं, वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं. वीएचपी के लोगों ने सांसदों से मुलाकात की कड़ी में नरेंद्र मोदी से भी समय मांगा है, लेकिन अभी तक मुलाकात नहीं हो सकी है. हालांकि, वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, 'पीएम मोदी का मंदिर निर्माण को लेकर जो प्रतिबद्धता है, वह हमें अच्छा लगा, लेकिन अध्यादेश को लेकर उनकी जो टाइमिंग है उसे बदलें और अभी अध्यादेश लेकर आएं.'
आलोक कुमार कहा कि मोदी सरकार के पास अधिकार है कि वो मंदिर निर्माण के लिए कानून बना सके. अधिकांश सांसदों ने मंदिर निर्माण के लिए संसद द्वारा कानून बनाए जाने का समर्थन किया है. हमारे लोगों ने देश के 350 सांसदों से मुलाकात की है, उन सभी की राय है कि राम मंदिर बनना चाहिए.