एनआरसी रजिस्टर के फाइनल होने के बाद एआईएआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. ओवैसी का कहना है कि अब बीजेपी नागरिकता संशोधन विधेयक के जरिए गैर मुस्लिमों को नागरिकता दे सकती है.
यानी ओवैसी को लगता है कि जो 19 लाख लोग एनआरसी रजिस्टर में नहीं आ पाए, उनमें मुसलमानों को छोड़कर बाकियों को बैक डोर से नागरिकता दी जा सकती है. उधर, एआईयूडीएफ के नेता अमीनुल इस्लाम ने कहा है कि बीजेपी का एजेंडा असम में हिन्दू मुस्लिम राजनीति करना है.
ओवैसी ने कहा, 'गृह मंत्री ने अपने भाषण में कहा था कि 40 लाख घुसपैठिए हैं. क्या वो अब भी अपने बयान पर कायम रहेंगे. दूसरी बात ये कि 1997 में इंद्रजीत गुप्ता ने कहा था कि 40 लाख घुसपैठिए हैं. तीसरी बात, 1998 में एसके सिन्हा ने कहा था कि इन अवैध प्रवासियों के कारण राज्य के कई जिले मुस्लिम बाहुल्य हो जाएंगे.'
अवैध प्रवासी के मिथक का भंडाफोड़ हुआ
ओवैसी ने कहा कि हालांकि, NRC की इस सूची के कारण अवैध प्रवासी के मिथक का भंडाफोड़ हुआ है. यही कारण है कि भाजपा एनआरसी के बारे में शिकायत नहीं कर रही है. उन्होंने 19 लाख लोगों में से कुछ ने मुझे बताया कि उनके पिता का नाम NRC में शामिल है लेकिन बच्चों का नहीं है. मुझे उम्मीद है कि विदेशी ट्रिब्यूनल न्यायपूर्ण तरीके से कार्य करेगा.
ओवैसी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि लोग आवेदन करेंगे और संख्या कम हो जाएगी. हम इस बात से सहमत हैं कि यह बहुत बड़ी संख्या है लेकिन विदेशी न्यायाधिकरण को विवेकपूर्ण तरीके से काम करना चाहिए.
ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा एनआरसी को स्वीकार नहीं करने की बात की निंदा की है. उन्होंने कहा कि हेमंत बिस्वा का बयान निंदनीय है. इस प्रक्रिया को सुप्रीम कोर्ट की निगरानी पूरा किया गया फिर वे अपना सुप्रीम कोर्ट खोलने की कोशिश क्यों कर रहे हैं.
'वो सभी गैर-मुसलमानों को नागरिकता देंगे'
ओवैसी ने कहा कि मुझे भाजपा पर संदेह है कि वे नागरिक संशोधन विधेयक लेकर आएंगे, जिसमें वे सभी गैर-मुसलमानों को नागरिकता देंगे.
ओवैसी ने कहा कि मेरी शिकायत भाजपा को वोट देने वाले लोगों के लिए है क्योंकि उन्होंने इसके लिए वोट दिया था. उन्हें यह समझना चाहिए कि बाजार में नौकरियां नहीं हैं. बिस्कुट बिक नहीं रहे हैं. साबुन कम कीमतों पर बेचे जा रहे हैं. अर्थव्यवस्था में सब कुछ नीचे जा रहा है.
साथ ही ओवैसी ने कहा कि बैंकों के विलय से और अराजकता पैदा होगी. सभी विशेषज्ञ सहमत हैं और कहा है कि इससे अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में मदद नहीं मिलेगी. कारखानों से छंटनी के कारण लोग ग्रामीण क्षेत्रों में लौट रहे हैं. लेकिन भाजपा इस बारे में बात तक नहीं कर रही है. वे केवल सुर्खियों को मैनेज करने में व्यस्त हैं. उन्होंने आरबीआई से उसका अधिकतम लाभ छीन लिया है.