दिल्ली में चुनाव आयोग ने ईवीएम के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है. लेकिन इससे इतर ट्विटर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आमने-सामने आ गये.
शिवराज ने ट्वीट किया कि आम आदमी पार्टी ने लोकतंत्र को बचाने के लिए कैंपेन की शुरुआत की थी, उन्हें पहले अपने घर में झांकना चाहिए और स्थिति को सुधारना चाहिए. #EVMsNOtTamperable जिसका जवाब देते हुए केजरीवाल ने ट्वीट किया कि बीजेपी 2014 से पहले ईवीएम का विरोध कर रही थी, और अब उसके समर्थन में हैं.
AAP which has started #savedemocracy campaign should first look within & set its house in order. #EVMsNotTamperable
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 11, 2017
Surprising. It was BJP who opposed EVMs till 2014. Now BJP supports EVMs? https://t.co/Qg5eFSshjS
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 12, 2017
आपको बता दें कि ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों को चुनौती दी है कि वो ईवीएम को हैक करके दिखाएं. आयोग ने इसके लिए पार्टियों को रविवार और सोमवार का वक्त दिया है. कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी समेत करीब 16 विपक्षी पार्टियों की ओर से ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताए जाने के बाद चुनाव आयोग ने यह बैठक बुलाई थी.
बैठक में क्या हुआ?
आज की बैठक में 7 राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा 48 मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टियों में से 35 के नुमाइंदे शरीक हुए. मीटिंग की शुरुआत मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी के भाषण से हुई. उन्होंने ईवीएम में छेड़छाड़ के अलावा वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के प्रस्तावित इस्तेमाल के बारे में बात की. इसके बाद आईआईटी से बुलाए गए आईटी विशेषज्ञों ने प्रतिनिधियों को ईवीएम में इस्तेमाल होने वाले सुरक्षा मानकों के बारे में बताया. बैठक में सभी पार्टियों के नुमाइंदों को बोलने के लिए 5 मिनट का वक्त दिया गया था.