इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बीजेपी प्रमुख नितिन गडकरी पर महाराष्ट्र के किसानों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया. केजरीवाल ने इस सिंचाई घोटाले में गडकरी के साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की सांठगांठ बताई.
केजरीवाल का आरोप है कि पावर के कहने पर गैरकानूनी तरीके से 100 एकड़ जमीन गडकरी को दी गई जिसपर गडकरी खेती का काम कर रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नितिन गडकरी बीजेपी के जरिए अपना हित साध रहे हैं. केजरीवाल का आरोप है कि सिंचाई के प्रोजेक्ट के लिए जरूरत से ज्यादा जमीन का अधिग्रहण किया गया. केजरीवाल ने कहा, 'जमीनों पर बांध बनाए गए लेकिन बांध का पानी किसानों को नहीं मिल रहा है. बांध का पानी महाराष्ट्र सरकार ने बड़ी कंपनियों, पावर प्लांट और चीनी मिलों को दे दिया है.' केजरीवाल ने यह भी कहा कि किसानों की जमीन पर गडकरी खेती कर रहे हैं.
केजरीवाले ने अपने खुलासे में बताया कि यह जमीन 2002 में किसानों ने मांगी थी, किसानों ने सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी लेकिन किसानों को जमीन देने से इंकार कर दिया गया. लेकिन जून 2005 में गडकरी ने पवार को जमीन को लेकर चिट्ठी लिखी और चार दिन के अंदर गडकरी को जमीन दे दी गई.
अपने प्रेस कांफ्रेंस में केजरीवाल ने नितिन गडकरी को लेकर निम्नलिखित बातें कही :
- कांग्रेस-बीजेपी में सांठ-गांठ है.
- 'किसानों और गडकरी के हितों में टकराव'
- किसानों की 100 एकड़ जमीन गडकरी के पास
- डैम का पानी किसानों को खेती और सिंचाई का इस्तेमाल नहीं किया गया.
- किसानों का सारा पानी बड़ी कंपनियों को दिया जा रहा है, लेकिन गडकरी ने कोई आवाज नहीं उठाई
- सिंचाई के लिए डैम बनाए गए लेकिन सिंचाई का पानी पॉवर कंपनी और शूगर इंडस्ट्री को दे रहे हैं पवार
- बांध बनाने के लिए जरूरत से ज्यादा जमीन का अधिग्रहण किया.
- डैम में कोई नहर नहीं, बिना नहर के खेतों में कैसे जाएगा पानी.
- कई कंपनियों के मालिक हैं गडकरी, विपक्षी पार्टी के साथ गडकरी की सेटिंग, 71 पॉवर प्लांट में कई पॉवर प्लांट दोनों पार्टियों के नेताओं के हैं.
- गडकरी के पास महाराष्ट्र में पांच पावर प्लांट और तीन चीनी मिल.
- गैर कानूनी तरीके से किसानों की 100 एकड़ जमीन अजीत पवार ने गडकरी को दी गई.
- पूरे महाराष्ट्र के किसानों का यही हाल है, किसानों के आत्महत्या के नाम पर ढेर सारा फंड आ रहा है उन फंड से किसानों को जमीन या सिंचाई का पानी नहीं दिया जा रहा है.