राज्य सभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली का कॉल डिटेल मंगवाने के केस में दूसरी गिरफ्तारी हुई है. दिल्ली पुलिस ने एक प्राइवेट डिटेक्टिव को गिरफ्तार किया है. इस केस में पहले दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है. उस कांस्टेबल ने एसीपी का ई-मेल हैक कर मोबाइल कंपनी से अरुण जेटली के कॉल डिटेल निकलवाने की कोशिश की थी.
भारतीय जनता पार्टी ने अपने नेता अरुण जेटली की अनधिकृत निगरानी किए जाने को लेकर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से सफाई की मांग की. इस मामले में गिरफ्तार सिपाही ने हालांकि बताया है कि उसने निजी कारणों से कॉल डिटेल इकट्ठा किया था.
भाजपा ने इसे एक गंभीर मामला बताया और शिंदे से जेटली का फोन कॉल डिटेल मुहैया कराने का आदेश देने वाले व्यक्ति पर खुलकर सामने आने को कहा.
जेटली की कॉल डिटेल तक पहुंचने की कोशिश दिल्ली पुलिस के एक 23 वर्षीय सिपाही अरविंद डबास ने की थी. दरअसल, वह जेटली और उत्तराखंड के एक नेता के बीच संपर्क को जांचना चाहता था. उत्तराखंड के इस नेता ने उत्तराखंड में एक प्रॉपर्टी डील का मामला जेटली के मार्फत सुलझाने का आश्वासन दिया था.
डबास को शुक्रवार को जेटली के फोन डिटेल तक पहुंचने की कोशिश करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया.
डबास अपने दो साथियों के साथ उत्तराखंड में रीयल स्टेट का धंधा करता है. ऐसे ही एक धंधे में उसका पैसा फंसा हुआ था. उत्तराखंड के एक नेता ने जेटली से अपने परिचय का हवाला देते हुए पैसा निकलवाने का भरोसा दिलाया था.