बॉलीवुड एक्टर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक अनुपम खेर को पाकिस्तान की तरफ से वीजा न दिए जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने चुटकी ली है. उन्होंने ट्विटर पर कहा कि अनुपम को इस बारे में पीएम मोदी से मदद मांगनी चाहिए ताकि वो पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से बात करके उन्हें वहां भिजवा सकें.
मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, 'अगर सहनशील भारत के पोस्टर बॉय को पाकिस्तान जाने का इतना शौक है तो उनके दोस्त पीएम मोदी अपने दोस्त नवाज से बात करते उन्हें वहां भिजवा सकते हैं और वीजा दिलाने में उनकी मदद कर सकते हैं?'
If the #posterboyof "tolerant" India is so keen to go to Pak his friend PM Modi can surely talk to his drop by friend Nawaz & facilitate it?
— Manish Tewari (@ManishTewari) February 3, 2016
इस बयान से तिवारी ने न सिर्फ अनुपम खेर पर बल्कि पीएम मोदी का भी मजाक उड़ाया है. पिछले साल 25 दिसंबर को मोदी अफगानिस्तान से लौटते हुए अचानक पाकिस्तान चले गए और वहां नवासी की शादी में शरीक हुए थे.
अनुपम खेर ने कहा 'आहत हूं'
पाकिस्तान के कराची में एक साहित्य महोत्सव में हिस्सा लेने जा रहे बॉलीवुड एक्टर ने कहा कि वीजा न मिलने से वो आहत हैं. उन्होंने कहा कि भारत से कुछ 18 लोग इस महोत्सव में शिरकत करने वाले थे और बाकी 17 लोगों को वीजा मिल गया है, जबकि सिर्फ उनको वीजा देने से इनकार कर दिया गया.
पाकिस्तानी हाई कमीशन ने जताई थी आपत्ति!
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी हाई कमिश्नर ने कहा कि हमें अभी तक अनुपम खेर की तरफ से वीजा एप्लिकेशन नहीं मिली है. हमारे ऊपर वीजा न देने के आरोप सरासर गलत हैं. हालांकि, सूत्रों के
मुताबिक, कराची लिटरेचर फेस्टिवल के आयोजकों ने दिल्ली स्थित पाक हाई कमीशन को उन लोगों की लिस्ट दी थी जिन्हें फेस्टिवल के लिए पाकिस्तान जाना था उसमें अनुपम खेर का नाम था लेकिन पाकिस्तानी हाई
कमीशन ने अनुपम के नाम पर आपत्ति जताई और आयोजकों से भी लिस्ट से अनुपम खेर का नाम हटाने को कहा. अब विवाद बढ़ने पर पाकिस्तानी हाई कमीशन ने कहा है कि कोई एप्लिकेशन ही नहीं आई थी.
अनुपम का आरोप
अनुपम खेर ने कहा कि उन्होंने वीजा के लिए अप्लाई किया था और उनके कागजात भी पूरे थे, बावजूद इसके पाकिस्तान ने वीजा देने से इंतजार कर दिया है. एक्टर ने कहा कि पाकिस्तान झूठ बोल रहा है कि उन्होंने वीजा के लिए अप्लाई नहीं किया था और पिछले 15 दिनों से उनके दस्तावेज तैयार थे. उन्होंने कहा कि वो पीएम मोदी के समर्थक हैं और उन्हें वीजा न दिए जाने की ये भी एक वजह हो सकती है. अनुपम ने कहा कि उनके कश्मीरी पंडित होना भी इसका एक कारण हो सकता है.