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जल्द पटरियों पर दौड़ेगी अंत्योदय एक्सप्रेस, रेल मंत्री ने किया मुआयना!

हमसफर एक्सप्रेस से प्रभावित होकर सरकार ने अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन के बाहरी डिब्बों पर लाल-पीले रंग की विनायल कोटिंग करने का फैसला किया है. यह ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित रहेगी. इस ट्रेन में सीट काफी गद्देदार होगी.

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महंगा होगा अंत्योदय का सफर
महंगा होगा अंत्योदय का सफर

केंद्र सरकार अपने वादे के अनुसार जल्द ही अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने जा रही है. इसका ऐलान रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 2016 के रेल बजट में किया था. इस ट्रेन का मकसद लंबी दूरी के सफर में भीड़ को कम करने का था, साथ ही रफ्तार भी राजधानी ट्रेन से तेज है. रेलमंत्री सुरेश प्रभू ने आम आदमी के लिए बहुप्रतीक्षित और बजट में घोषित ट्रेन अंत्योदय एक्सप्रेस की पहली रैक का राजधानी में मुआयना किया. ट्रेन को देखने के बाद रेलमंत्री ने कहा कि अंत्योदय एक्सप्रेस गरीब आदमी के लिए बेहतर सुविधाओं से लैस ट्रेन है. इसमें अत्याधुनिक एलएचबी कोचेज लगाए गए हैं. इस ट्रेन में लोगों को पीने का पानी मिल सके इसके लिए हर डिब्बे में एक्वा गार्ड लगाए गए हैं.

अंत्योदय एक्सप्रेस को जल्द ही दो रेलमार्गों मुंबई से टाटानगर और संतरागाछी से अर्नाकुलम के बीच चलाया जाएगा. बाकी पांच अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेनों को इसके बाद चलाया जाएगा. रेलमंत्री सुरेश प्रभू अंत्योदय एक्सप्रेस के नए रैक से संतुष्ठ दिखे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के वायदे के अनुरूप आम आदमी के लिए लंबी दूरी के सफर के लिए अनारक्षित श्रेणी की सुपरफास्ट ट्रेन बनकर तैयार हो गई है. इस ट्रेन के सभी 22 डिब्बे अंदर से एक दूसरे जुड़े हुए हैं. इससे लोगों को सेफ्टी और सिक्यूरिटी दोनों ही मिल पाएंगी.

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विशेष होगी सुविधा
हमसफर एक्सप्रेस से प्रभावित होकर सरकार ने अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन के बाहरी डिब्बों पर लाल-पीले रंग की विनायल कोटिंग करने का फैसला किया है. यह ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित रहेगी. इस ट्रेन में सीट काफी गद्देदार होगी. इसके साथ ही दीनदयालु कोच में बॉयोटॉयलेट, डस्टबीन की व्यवस्था भी होगी, वहीं साफ पीने के पानी के लिए एक्वागॉर्ड भी कोच में रहेगा. अभी तक यह सुविधा किसी भी श्रेणी के कोच में नहीं थी. वहीं दीनदयालु कोच में मोबाइल, लैपटॉप चार्ज करने के लिए अधिक प्वाइंट की सुविधा रहेगी.

महंगा होगा सफर
दीनदयालु कोच के निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई को दिया गया है. इसके तहत कोच में एल्युमिनियम का इस्तेमाल किया गया है. पहली अंत्योदय एक्सप्रेस मुंबई और टाटानगर के बीच चलेगी. हालांकि इसका किराया अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों के मुताबिक 10 से 15 प्रतिशत ज्यादा हो सकता है.

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