राष्ट्रपति भवन की ओर से बुधवार सुबह जैसे ही ट्विटर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और स्वतंत्रता सेनानी मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न देने की घोषणा हुई, राजनीतिक घरानों में हलचल मच गई है. हालांकि अच्छी बात यह है कि बड़े दिनों बाद सरकार के किसी फैसले पर राजनैतिक दलों और नेताओं की यह हलचल स्वस्थ और सकारात्मक रही. विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दलगत राजनीति से उपर उठकर कर वाजपेयी और मालवीय को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने का स्वागत किया है.
Bharat Ratna being conferred on Pt. Madan Mohan Malaviya & Shri Atal Bihari Vajpayee is a matter of great delight.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 24, 2014
इस घोषणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां यह कहा कि यह सम्मान दोनों महान विभुतियों की देश सेवा को पूर्णत: मान्यता प्रदान करना है, वहीं कांग्रेस ने इसका स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि एनडीए सरकार इन विभुतियों की ओर से प्रदर्शित ‘राजधर्म’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ का अनुसरण करेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘पंडित मदन मोहन मालवीय और श्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न दिया जाना बेहद खुशी की बात है. इन महान विभुतियों को देश का सर्वोच्च सम्मान दिया जाना राष्ट्र के प्रति की गई इनकी सेवाओं को पूर्णत: मान्यता प्रदान करना है.'
वाजपेयी के बारे में उन्होंने कहा, 'अटलजी हम सबके लिए बहुत कुछ अर्थ रखते हैं. एक मार्गदर्शक, प्रेरक और बड़ों के बीच बड़े. भारत में उनका योगदान अमूल्य है.' कांग्रेस महासचिव और पार्टी के मीडिया प्रभारी अजय माकन ने कहा कि एक हद तक दोनों धर्मनिरपेक्षता और सहिष्णुता की भारतीय विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि वर्तमान सरकार इन विभुतियों के दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करेगी.' वाजपेयी के राजधर्म के उल्लेख का जिक्र करते हुए माकन ने कहा कि उम्मीद है कि मोदी सरकार इसे ध्यान में रखेगी और इसका पालन करेगी.
यूपीए को देना चाहिए था सम्मान: नीतीश
वाजपेयी के लंबे समय के राजनीतिक सहयोगी लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि वह पूर्व प्रधानमंत्री को सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने के सरकार के निर्णय से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा, 'मैं इस बात से काफी प्रसन्न हूं कि सरकार ने अटलजी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय किया है.' जेडीयू नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वाजपेयी को बधाई देते हुए कहा कि यूपीए सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री को यह सम्मान देना चाहिए था. नीतीश कुमार ने कहा, 'अटलजी के देश के प्रति योगदान को हमेशा याद किया जायेगा. मैं उन्हें बधाई देता हूं. हम भी चाहते थे कि अटलजी को भारतरत्न मिले. यूपीए सरकार को उन्हें यह सम्मान देना चाहिए था।.'
वाजपेयीजी ने मेरी मदद की: गोगोई
नोबेल पुरस्कार और भारत रत्न से सम्मानित विख्यात अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कहा कि यह समाचार सुनकर वह काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, 'वह राजनेता हैं और मैं समझता हूं कि वह हर संभव तरीके से सम्मानित किए जाने के हकदार हैं. किसी को भी उनके मानवीय गुणों की प्रशंसा करने के लिए उनकी नीतियों से सहमत होने की जरूरत नहीं है.' असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने भी इस निर्णय का स्वागत किया. उन्होंने कहा, 'वाजपेयीजी और मालवीयजी को भारत रत्न देने की घोषणा किए जाने का निर्णय सुनकर काफी प्रसन्न हूं. सभी लोग जानते हैं कि मालवीयजी शिक्षाविद व स्वतंत्रता सेनानी थे जबकि वाजपेयीजी प्रधानमंत्री रहे और दूसरे दल से होने के बावजूद उन्होंने मेरी मदद की. मैं उनका व्यक्तिगत रूप से काफी आभारी हूं.'
एनडीए सरकार का सर्वश्रेष्ठ फैसला: जावड़ेकर
वाजपेयी को देश के महान वक्ताओं में से एक बताते हुए केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और दक्षिणपूर्वी एशिया में शांति के प्रति प्रतिबद्ध रहे. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसे एनडीए सरकार का सर्वश्रेष्ठ फैसला करार दिया. उन्होंने कहा, 'आज हम इस बात से प्रसन्न हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न दिया गया. यह नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट का सर्वश्रेष्ठ निर्णय है.' केंद्रीय मंत्री हषर्वर्धन ने कहा, 'अटलजी पहले ही हमारे लिए भारतरत्न रहे हैं. लोग उनसे प्यार करते हैं और उनका सम्मान करते हैं. यह घोषणा औपचारिकता है.'
जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने इस निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा, 'मैं इस घोषणा से काफी खुश हूं. मालवीयजी की भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ी भूमिका रही है और उन्होंने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय जैसी महान संस्था स्थापित की. अटलजी के साथ मैंने काफी समय काम किया और वह बीजेपी में होने के बाद भी भारत की गंगा जमुनी तहजीब का सम्मान करते थे.' मदन मोहन मालवीय के पौत्र न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय ने कहा कि वाजपेयी और मालवीय का सभी वर्गों के लोग सम्मान करते हैं. 'मैं मोदी को बधाई देता हूं जिन्होंने वाराणसी आकर मालवीयजी को पुष्पांजलि अर्पित की.'
एलजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने वाजपेयी और मालवीय को भारत रत्न देने के मोदी सरकार के निर्णय का स्वागत किया. पीडीपी के संरक्षक मुफ्ति मोहम्मद सईद ने वाजपेयी को भारत रत्न देने के सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि केवल भारतीय राजनीति में योगदान के लिए ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक शांति पहल और जम्मू कश्मीर के चहुंमुखी विकास की पहल के लिए भी वाजपेयी देश का सर्वोच्च सम्मान पाने के हकदार हैं.
-इनपुट भाषा से