शशिकला के भतीजे और AIADMK के पूर्व उप महासचिव टीटीवी दिनाकरन को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया. दिनाकरन पर पार्टी चुनाव चिह्न के लिए चुनाव आयोग के अधिकारी को रिश्वत की पेशकश करने का आरोप है. इस मामले में दिनाकरन से चार दिनों से पूछताछ की जा रही थी.
दिनाकरन के सहयोगी मल्लिकार्जुन की गिरफ्तारी
खबर मिली है कि पुलिस बुधवार दोपहर दिनाकरन को तीस हजारी कोर्ट में पेश करेगी. पेशी से पहले दिनाकरन का सफदरगंज अस्पताल में मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा. इस मामले में दिनाकरन के सहयोगी मल्लिकार्जुन को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि मल्लिकार्जुन ने पुलिस से बचने में दिनाकरन की मदद की है.
AIADMK 'two leaves' symbol bribery case: TTV Dinakaran arrested pic.twitter.com/GKCIWnMlLo
— ANI (@ANI_news) April 25, 2017
बढ़ाई गई सुकेश चंद्रशेखर की पुलिस रिमांड
इससे पहले 25 अप्रैल, 2017 यानी मंगलवार शाम को दिल्ली पुलिस ने AIADMK के दोनों गुटों के बीच मध्यस्थता कराने वाले सुकेश चंद्रशेखर को आठ दिनों की पुलिस रिमांड के बाद तीस हजारी कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने टीटीवी दिनाकरन और सुकेश के बीच कॉल रिकॉर्ड भी अदालत में पेश कर दिनाकरन को गिरफ्तार करने की बात कही. पुलिस की मांग पर जस्टिस पूनम चौधरी ने सुकेश चंद्रशेखर की पुलिस रिमांड 28 अप्रैल तक बढ़ा दी.
रिश्वत देने की बात से दिनाकरन का इनकार
51 वर्षीय नेता दिनाकरन पर चुनाव आयोग के अधिकारी को पार्टी का 'दो पत्तियों' का चुनाव चिह्न अपने गुट को दिए जाने के लिए घूस देने की कोशिश का आरोप है. पुलिस ने बताया कि दिनाकरन ने सुकेश चंद्रशेखर से मिलने की बात स्वीकार की है, हालांकि दिनाकरन ने पैसे देने की बात से इनकार किया है.
क्या है पूरा मामला?
एआईएडीएमके के उप महासचिव और शशिकला के भतीजे टी.टी.वी. दिनाकरन पर पार्टी चुनाव चिन्ह को लेकर रिश्वत देने का आरोप था. बताया जा रहा है कि दिनाकरन ने इस केस में दोनों पार्टियों की ओर से मध्यस्थता करने वाले सुकेश चंद्रशेखर को 60 करोड़ रुपये की पेशकश की थी. वहीं आर.के. नगर चुनाव प्रचार के दौरान दिनाकरन पर वोटरों को रिश्वत देने का भी आरोप लगा था. इस मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने दिनाकरन के खिलाफ केस दर्ज किया था.