छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी एक के बाद एक झटके खा रही है. दिल्ली यूनिवर्सिटी और जेएनयू के बाद इस बार एबीवीपी को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में तगड़ा झटका लगा है. 5 में से 4 सीटों पर जीत दर्ज कर समाजवादी छात्र सभा ने दमदार वापसी की है और एबीवीपी को महामंत्री की महज एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा है.
पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एबीवीपी की हार, योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य की दोनों के लिए किसी सदमे से कम नहीं है क्योंकि इलाहाबाद के फूलपुर में लोक सभा के उपचुनाव होने को हैं और समाजवादी खेमे में इस जीत के बाद दोहरी खुशी है.
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इस जीत के बाद अपनी खुशी का इजहार किया और लिखा "छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष समेत सभी चारों निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई, यह समाजवादी विचारधारा और निरपेक्षता की जीत है. इस जीत से संदेश जाता है कि छात्रों के हितों की अनदेखी नहीं की जा सकती".
इस जीत ने अगर किसी को सबसे ज्यादा झटका दिया है तो वह है योगी आदित्यनाथ क्योंकि उनके पूरे कार्यकाल में यह पहला ऐसा चुनाव था जहां वोट करने का मौका मिला और बीजेपी के गढ़ में जहां से केशव मौर्य आते हैं, जो सिद्धार्थ नाथ सिंह का इलाका है और जहां BJP को जबरदस्त वोट मिले थे वहां की हार कहीं ना कहीं योगी के लिए झटके के समान है.
समाजवादी छात्र सभा की जीत के बाद सांसद धर्मेंद्र यादव जीते हुए छात्र नेताओं के बीच पहुंचे और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में जमकर रंग और गुलाल खेला. जीत के बाद सपा के पूर्व विधायक संग्राम सिंह भी छात्रों का हौसला अफजाई करने पहुंच गए. छात्र संघ चुनाव में सपा की इस बडी जीत के बाद बीजेपी में माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं.
दूसरी तरफ शपथ लेने के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष समाजवादी छात्र सभा से जुड़े अवनीश यादव ने बीजेपी पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी का मैजिक अब ख़त्म हो चुका है. युवा वर्ग अब बीजेपी के झूठ को पहचान चुका है और इसीलिए पहले जेएनयू, फिर डीयू और अब एयू में एबीवीपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. अध्यक्ष अवनीश के मुताबिक, उनकी जीत में पिछले महीने बीएचयू में हुए लाठीचार्ज की अहम भूमिका रही है. इस घटना ने छात्रों में बीजेपी के प्रति नाराज़गी को और बढ़ा दिया था. उन्होंने दावा किया है कि पूरब के ऑक्सफोर्ड से निकला सियासी संदेश फूलपुर उपचुनाव से लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव तक अपना असर दिखाएगा. उन्होंने इस मौके पर छात्रों के हित में जल्द ही कई कदम उठाए जाने का एलान भी किया.
जीतने के बाद छात्रसंघ के नये पदाधिकारियों ने छात्रों के हक़ के लिए काम करने के साथ ही यूनिवर्सिटी को उसका खोया हुआ गौरव भी वापस दिलाए जाने का वादा किया है. छात्रसंघ भवन पर हुए समारोह में नवनिर्वाचित अध्यक्ष अवनीश यादव, उपाध्यक्ष चंद्रशेखर चौधरी, महामंत्री निर्भय कुमार द्विवेदी, संयुक्त सचिव भरत सिंह और सांस्कृतिक मंत्री अवधेश कुमार पटेल समेत दूसरे पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई. शपथ ग्रहण के बाद समर्थकों व युनिवर्सिटी प्रशासन ने नये पदाधिकारियों को बधाई दी. समर्थक आज दूसरे दिन भी झूमते- नाचते हुए जीत का जश्न मनाते नजर आए. शपथ ग्रहण समारोह में युनिवर्सिटी छात्रसंघ के कई पूर्व अध्यक्ष भी मौजूद थे.