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विद्रोह की आशंका से डरे थे जरदारी, हत्या की सूरत में बहन होती राष्ट्रपति

पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने देश में अमेरिकी राजदूत को सूचित किया था कि उन्होंने अपने बेटे बिलावल भुट्टो को निर्देश दिया है कि यदि उनकी हत्या होती है तो वह उनकी बहन फरयाल तालपुर का नाम राष्ट्रपति पद के लिये घोषित करे.

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पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने देश में अमेरिकी राजदूत को सूचित किया था कि उन्होंने अपने बेटे बिलावल भुट्टो को निर्देश दिया है कि यदि उनकी हत्या होती है तो वह उनकी बहन फरयाल तालपुर का नाम राष्ट्रपति पद के लिये घोषित करे.

ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ में छपी विकीलीक्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक जरदारी ने अपनी हत्या होने की सूरत में व्यापक तैयारी कर ली थी.

पिछले साल जरदारी ने पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत एन्ने पैटरसन से कहा था कि उन्होंने अपने बेटे बिलावल को निर्देश दिया है कि यदि उनकी हत्या कर दी जाती है तो उस स्थिति में उनकी बहन फरयाल तालपुल का नाम राष्ट्रपति के रूप में घोषित करे.

विकीलीक्स द्वारा जारी एक संदेश में कहा गया है कि पाकिस्तानी राष्ट्रपति तालिबान की क्षमताओं को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट थे. उन्होंने वर्ष 2009 में अमेरिका के उप राष्ट्रपति जो. बाइडन से कहा था, ‘मुझे यह कहते हुए खेद है कि हम आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध जीत नहीं रहे हैं.’

जरदारी ने अपनी पत्नी बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद कहा, ‘मैं बेनजीर नहीं हूं और मैं यह जानता हूं.’

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पाकिस्तानी राष्ट्रपति सैन्य विद्रोह की आशंका से चिंतित थे. जरदारी ने बाइडन से कहा था कि कयानी ‘उन्हें बाहर’ कर सकते हैं. बाइडन ने इसकी जानकारी वर्ष 2009 में चिली में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन को एक मुलाकात के दौरान दी.

इस पर ब्राउन ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता. अमेरिकी संदेशों पर आधारित ‘द गार्जियन’ की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के विपक्षी नेता नवाज शरीफ ‘स्पष्ट रूप से जटिल व्यक्ति’ हैं जबकि उनके परिवार के लोग राजनीतिक उत्थान के लिये सेना और खुफिया एजेंसियों पर विश्वास करते हैं.

शरीफ ने अमेरिकी राजदूत से कहा था कि जनता में आलोचना के बावजूद वह ‘अमेरिका समर्थक’ हैं. उन्होंने कयानी को सेना प्रमुख बनाने की ‘व्यवस्था’ करने के लिये धन्यवाद दिया था.

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