राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने रामलीला मैदान में मध्य रात्रि में महिलाओं तथा बच्चों समेत बाबा रामदेव के समर्थकों पर पुलिस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की. साथ ही आरएसएस ने योगगुरु के अनशन का समर्थन किया.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रेशिमबाग मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘रामदेव द्वारा कालेधन को स्वदेश वापस लाने के लिये शुरू किये गये अभियान के पीछे आरएसएस नहीं थी, लेकिन अब उसने इसका (अनशन) पूरा समर्थन किया है.’’
उन्होंने कहा कि आरएसएस ने अपने पुत्तुर (केरल) बैठक में एक प्रस्ताव स्वीकार कर रामदेव को पूरा समर्थन दिया है.
भागवत ने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ हो रही सामाजिक क्रांति में आरएसएस मूक दर्शक बनकर नहीं रहेगी, इसलिये उसने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह अनशन में शामिल हों.’’
भागवत ने प्रश्न किया, ‘‘शीर्ष पदों में फैले भ्रष्टाचार और कालेधन का पता लगाने के लिये रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ भारी कार्रवाई करने के लिये किस चीज ने सरकार को उकसाया.’’ उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव और अन्ना हजारे को पार्टी राजनीति से उपर उठकर देखना चाहिये.
आरएसएस प्रमुख ने योग गुरु के साथ आगे की बातचीत को लेकर केंद्र के ‘इरादे’ पर प्रश्न उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को बातचीत बंद नहीं करनी चाहिये और प्रक्रिया जारी रखनी चाहिये.’’