मुंबई के अरुण टिक्कू और करन कक्कड़ मामले में पुलिस को अहम सुराग की उम्मीद है. मुंबई पुलिस ने स्टॉक ब्रोकर गौतम वोरा को गिरफ्तार किया है. गौतम वोरा पर विजय पलांडे को पनाह देने का आरोप है. गौरतलब है कि विजय पलांडे अरुण टिक्कू और करन कक्कड़ मर्डर केस में अहम आरोपी है.
मुंबई क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए इस शख्स का नाम गौतम वोरा है. स्टॉक ब्रोकर का काम करने वाले इस शख्स को मुंबई के दो हाई प्रोफाइल मर्डर केस की अहम कड़ी माना जा रहा है. वो दो मामले हैं अरुण टिक्कू मर्डर केस और करन कक्क़ड़ की हत्या का मामला.
गौतम वोरा को पुलिस ने विजय पलांडे को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किया है. विजय पलांडे अरुण टिक्कू और करन कक्कड़ मामले में आरोपी है. 10 मार्च को क्राइम ब्रांच ने पलांडे को गिरफ्तार किया था, लेकिन पलांडे पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया था. आरोप है कि फरार होने के बाद गौतम वोरा ने पलांडे की मदद की.
यानी गौतम वोरा ने उस शख्स की मदद की जो दो-दो मर्डर केस में आरोपी है. पुलिस के मुताबिक गौतम वोरा ने उस शख्स को पनाह दी जिसे अरुण टिक्कू और करन कक्कड़ मर्डर केस का मास्टरमाइंड माना जा रहा है.
दरअसल, 10 मार्च को पुलिस की गिरफ्त से फरार होकर विजय पलांडे चर्चगेट पहुंचा. वहां से उसने गौतम वोरा को फोन किया. तब गौतम वोरा चर्चगेट स्टेशन पहुंचा और विजय पलांडे को लेकर कोलाबा के होटल गॉडविन चला गया. पुलिस के मुताबिक वहां विजय पलांडे ने अपना हुलिया बदला. फिर गौतम वोरा ने उसे कुछ पैसे दिए.
गौतम वोरा से पैसे लेकर विजय पलांडे बैंकॉक भागने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने उसे चर्च गेट स्टेशन पर दबोच लिया.
पुलिस ने विजय पलांडे से पूछताछ की तो गौतम वोरा का नाम सामने आया और तब गौतम वोरा को पुलिस ने दबोच लिया.
दिलचस्प ये कि गौतम वोरा का नाम तब भी सामने आया था. जब करन कक्कड़ मामले में मॉडल सिमरन सूद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसका मोबाइल रिकॉर्ड चेक किया था. गौतम वोरा वही शख्स है जिसका नाम मॉडल विवेका बाबाजी केस में सामने आया था, लेकिन पुलिस ने तब गौतम को क्लीनचिट दे दी थी.
अब गौतम वोरा से पुलिस ये जानने की कोशिश करेगी कि आखिर उसने विजय पलांडे की मदद क्यों की. पुलिस ये भी जानने की कोशिश करेगी की कहीं वो अरुण टिक्कू और करन कक्कड़ मर्डर की साजिश की अहम कड़ी तो नहीं.