मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि यूनियन कार्बाइड परिसर के आसपास मृदा और भू-जल प्रदूषण के आकलन के लिए विशेषज्ञ समिति गठित करें. राज्य शासन इस कार्य में पूर्ण सहयोग करेगा.
चौहान ने पत्र में कहा है कि भोपाल गैस त्रासदी से संबंधित मुद्दों के निराकरण के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में मंत्री समूह का पुनर्गठन किया गया है.
मंत्री समूह की बैठकों में अध्यक्ष निरीक्षण समिति, केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री तथा सह-अध्यक्ष, मध्यप्रदेश शासन, गैस राहत मंत्री की ओर से प्रस्तुत किया गया कि यूनियन कार्बाइड परिसर एवं आसपास के क्षेत्र में स्थित मृदा तथा भू-जल स्त्रोत कितनी मात्रा में प्रदूषित है, इसका आकलन कराया जाए.
साथ ही प्रदूषित मृदा एवं भू-जल स्त्रोतों के रेमीडिएशन का कार्य राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी एजेंसी के माध्यम से संपादित कराए जाने के लिए विचार किया जाए.
मुख्यमंत्री चौहान ने पत्र में आग्रह किया है कि इस संबंध में केन्द्र सरकार की सक्षम एजेंसी के नेतृत्व में विशेषज्ञ समिति गठित की जाए, जिसमें मध्यप्रदेश के पर्यावरण क्षेत्र में दक्षता रखने वाले विशेषज्ञों को भी सम्मिलित किया जाए.