खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट के बावजूद ऊंची ब्याज दर के चलते कंपनियों की आय प्रभावित होने की आशंका से शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट रही और बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 130 अंक टूटकर बंद हुआ.
पिछले दो कारोबारी सत्रों में करीब 445 अंक टूटने वाला सेंसेक्स और 129.73 अंक टूटकर 17,463.04 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह करीब 8 महीने के निचले स्तर 17,362.59 अंक पर आ गया था. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 27.75 अंक टूटकर 5,225.80 अंक पर बंद हुआ.
कारोबार के दौरान एक समय यह दिन के निचले स्तर 5,196.80 अंक पर आ गया था. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच का दायरा बढ़ने से निवेशकों की धारणा कमजोर रही. वहीं इंडियन आयल के तिमाही नतीजे बाजार के अनुमान पर खरे नहीं उतरे.
सेंसेक्स में शामिल इनफोसिस, एसबीआई, आरआईएल और एचडीएफसी जैसे दिग्गज शेयरों में तेज गिरावट दर्ज की गई. वहीं, ट्राई की सिफारिशें ने बाजार की धारणा सुस्त कर दी. अगर ट्राई की सिफारिशें मान ली जाती हैं तो दूरसंचार कंपनियों को 16,000 करोड़ रुपये से अधिक का झटका लगेगा. {mospagebreak}
सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में इनफोसिस 2.27 प्रतिशत, एसबीआई 3.64 प्रतिशत, आरआईएल 1.33 प्रतिशत, एचडीएफसी 2.01 प्रतिशत, भारती एयरटेल 2.80 प्रतिशत, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज 2.53 प्रतिशत, भेल 2.48 प्रतिशत और हिंडाल्को 1.64 प्रतिशत टूटा.
हालांकि, रिलायंस इंफ्रा 9.45 प्रतिशत, जेपी एसोसिएट्स 5.25 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 2.37 प्रतिशत, आरकाम 1.79 प्रतिशत, डीएलएफ 1.45 प्रतिशत और आईटीसी 1.20 प्रतिशत मजबूत होकर बंद हुआ. सेंसेक्स में शामिल 30 में से 16 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए.
घरेलू बाजार पर वैश्विक रुख का भी काफी असर देखा गया. एशिया में चीन को छोड़कर सभी अन्य बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन बेन बर्नांके ने कहा है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अब भी काफी कमजोर है और मौद्रिक प्रोत्साहन के जरिए इसे पटरी पर लाने में समय लगेगा.