सरकार कोशिश कर रही है और महंगाई कम होगी. आपने ये जुमला कितनी बार सुना है. शायद आपको भी याद नहीं होगा. अब एक बार फिर वित्त मंत्री ने दावा किया है कि सरकार कोशिश कर रही है और दिसंबर तक कम होगी महंगाई.
सब्जी महंगी, राशन महंगे, दूध महंगा सब कुछ महंगा. बाजार जाइए तो आपकी जेब की बेबसी को मुंह चिढ़ाने लगती है महंगाई. ऐसे में सरकार कुछ उपाय करे या ना करे. लेकिन दावे और वादे जरूर करती है. देखिए प्रणब बाबू ने एक बार फिर से वादा कर दिया कि दिसंबर तक कम हो जाएगी महंगाई.
प्रणब दा ने कहा, ‘खेती की ओर से सप्लाई में कुछ अड़चनें हैं जिससे महंगाई और बढ़ी है. इसका नतीजा ये हुआ है कि महंगाई दो अंकों के करीब 9 परसेंट है. लेकिन हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि सप्लाई की अड़चनें दूर हों. इस संबंध में हमने कुछ कदम भी उठाए हैं. मुझे उम्मीद है कि दिसंबर में महंगाई से कुछ राहत मिलेगी.’
प्रणब दा मुंबई में हुए एफपी येस बैंक समिट में उठे सवालों का दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जवाब दे रहे थे. अर्थशास्त्र का सारा फंडा समझाने के बाद दादा ने लगे हाथ महंगाई पर लगाम लगाने के वादे भी कर दिए.
अब ऐसा भी नहीं है कि सिर्फ दादा ने वादे किए हों- चंद दिनों पहले प्रधानमंत्री ने भी कुछ ऐसे ही वादे किए थे- कहा था साल के आखिरी तक घट जाएगी महंगाई.
बात 19 अक्टूबर की है जब प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘सरकार कुछ विश्वसनीय उपाय कर रही है और उम्मीद है कि साल के आखिरी तक महंगाई कम हो जाएगी.’
चलिए दिसंबर बस आने ही वाला है. फिर पता चल जाएगा कि सरकार के दावों में कितना दम है. प्रणब बाबू जनता इतना दिन सह चुकी है तो एक महीने और सह लेगी.