मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद प्रभात झा ने उनके कार्यकाल के कल पूरे हो रहे दो साल के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित सम्मान समारोह निरस्त कर दिया है.
झा ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उन्होंने यह समारोह रायसेन जिले के बरेली शहर में गेहूं उपार्जन को लेकर हुए प्रदर्शन में हुए पुलिस गोलीचालन में एक किसान की मौत और तीन अन्य के गंभीर रूप से घायल होने की घटना के प्ररिप्रेक्ष्य में निरस्त किया है.
उन्होंने कहा कि इस समारोह को निरस्त करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज एवं प्रभारी महामंत्री अनंत कुमार से चर्चा कर ली है और ये सब उनकी भावनाओं से सहमत हैं.
उन्होंने कहा कि एक ओर किसानों का खून बहे और दूसरी ओर वह अपना सम्मान कराएं, यह एक राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर उन्हें उचित प्रतीत नहीं होता है. उन्होंने घटना की जांच के लिए राज्य सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है, जिसमें महामंत्री नंदकुमार सिंह चौहान एवं विधायक रामपाल सिंह सदस्य होंगे.
झा ने कहा कि यह समिति जो भी रिपोर्ट देगी, उसके आधार पर पार्टी कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि किसानों को बरगलाने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. इस बारे में जब उनसे पूछा गया कि यह आंदोलन भारतीय किसान संघ के बैनर तले आयोजित किया गया था, जो आरएसएस का संगठन है.
उन्होंने कहा कि वह जो भी हो, रिपोर्ट के आधार पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने किसानों को बरगलाने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि गेहूं उपार्जन के लिए बारदानों (बोरों) का नकली संकट केन्द्र सरकार ने खड़ा किया और कांग्रेस के लोग इसमें मदद करने के बजाए किसानों को भड़काने का काम कर रहे हैं.