संसद का शीतकालीन सत्र 22 नवम्बर से शुरू होने की संभावना है. केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक समिति ने सोमवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से संसद का शीतकालीन सत्र 22 नवम्बर से 23 दिसम्बर तक आयोजित करने की सिफारिश की.
संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने यह घोषणा संसदीय मामलों से सम्बंधित केंद्रीय मंत्रिमंडल की समिति की बैठक के बाद की. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने की.
संसदीय मामलों के मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा, ‘सीसीपीए ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को सत्र 22 नवंबर से 23 दिसंबर तक आयोजित करने की सिफारिश करने का निर्णय किया है.’ शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण कानूनों के लाए जाने की संभावना है. सरकार ने बार बार कहा है कि इस सत्र में उसकी सार्थक लोकपाल विधेयक पेश करने की योजना है. संसद का शीतकालीन सत्र संभवत: एक माह चलेगा.
संसद का यह सत्र कई मायनों में महत्वपूर्ण होने की संभावना है. सरकार खाद्य सुरक्षा विधेयक सहित कुछ अन्य महत्वाकांक्षी विधेयक इस सत्र में पेश कर सकती है.
संभावना यह भी है कि लोकपाल विधेयक को इसी सत्र में लाया जाएगा और उसे पारित कराने का प्रयास किया जाएगा. संसद की स्थायी समिति फिलहाल इस विधेयक के प्रारूपों का अध्ययन कर रही है.
इस सत्र में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं वाम दल मूल्यवृद्धि, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, वोट के लिए नोट मामला और राष्ट्रमंडल खेल घोटाले जैसे मुद्दे उठा सकते हैं.
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा 20 नवम्बर को दिल्ली पहुंचेगी. इसके दो दिन बाद ही संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने की संभावना है. पार्टी के नेताओं का कहना है कि वे भ्रष्टाचार सहित विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी में हैं.