पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने देश के परमाणु कार्यक्रम को लेकर विश्व समुदाय की चिंताओं को यह कहते हुए खारिज किया कि देश के सशस्त्र बल परमाणु प्रतिष्ठानों को कब्जे में लेने के लिए किसी भी संभावित प्रयास को प्रभावी ढंग से असफल कर देंगे.
गिलानी ने देश के परमाणु हथियारों को नियंत्रित करने वाले राष्ट्रीय कमान प्राधिकरण की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि गत दो मई को अमेरिकी सैन्य कार्रवाई जिसमें ओसामा बिन लादेन मारा गया था और कराची स्थित पीएनएस मेहरान नौसैनिक हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले से ‘हमारे सामरिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं उत्पन्न हो गई थीं.’
उन्होंने कहा कि इन चिंताओं के साथ ही ‘पाकिस्तान और उसके परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ दुष्प्रचार भी शामिल था. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के खिलाफ ऐसे आधारहीन और निश्चित रूप से प्रायोजित अभियान न ही हमें सामरिक कार्यक्रम की राह से हटा पाएंगे और न ही यह राष्ट्रीय इच्छाशक्ति को कमजोर करने में सफल हो पाएंगे.’