बैंकिंग सेवाओं में जाने के इच्छुक लोगों के लिए अच्छी खबर है. कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक वित्त वर्ष 2011-12 में करीब 45,000 लोगों को नौकरी देंगे.
इंस्टीट्यूट आफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन (आईबीपीएस) के निदेशक एम बालाचंद्रन ने कहा, ‘इस साल राष्ट्रीयकृत बैंक कुल 45,000 अधिकारियों व कर्मचारियों की भर्ती करेंगे.’ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और रिजर्व बैंक द्वारा प्रवर्तित आईबीपीएस इन संगठनों को चयन, पदोन्नति तथा नियोजन के मामले में 1984 से मदद करता आ रहा है.
उन्होंने कहा कि शाखाओं के विस्तार, कारोबार में वृद्धि तथा आक्रामक विपणन नीति की वजह से बैंकों में रोजगार के बड़े अवसर उत्पन्न हो रहे हैं.
बैंक आफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन तथा प्रबंध निदेशक बालचंद्रन ने कहा कि बैंकों में सेवानिवृत्ति के बाद कई पद खाली पड़े हैं. ऐसे में भर्ती से इस कमी को पाटने में मदद मिलेगी.
शुल्क आधारित आय बढ़ाने के प्रयास के तहत बैंकों ने बीमा पालिसी, म्युचुअल फंड तथा अन्य वित्तीय उत्पादों के वितरण जैसी गतिविधियां शुरू कर दी है. इसके कारण भी इन क्षेत्रों में विशेषीकृत कार्यबल की जरूरत है. भर्ती प्रक्रिया को बेहतर बनाने तथा तीव्र गति से नियुक्ति के लिये आईबीपीएस जुलाई से साझा प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा.
फिलहाल भारतीय स्टेट बैंक के छह एसोसिएट्स बैंकों को लेकर 26 सार्वजनिक बैंक हैं. लेकिन आईबीपीएस केवल 19 बैंकों के लिये परीक्षा का आयोजन करता है.
स्टेट बैंक और उसके एसोसिएट्स बैंक भर्ती के लिये स्वयं परीक्षा का आयोजन करते हैं.