केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदम्बरम ने कहा है कि भारतीय जांचकर्ताओं को पाकिस्तान मूल के अमेरिकी लश्कर आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से सीधी पूछताछ का मौका मिलने या नहीं मिलने के मुद्दे पर कोई संशय नहीं है.
चिदम्बरम ने यहां एक टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार के दौरान इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, ‘‘नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता.’’ साक्षात्कारकर्ता ने उनसे पूछा था कि क्या उन्हें भारत में अमेरिकी राजदूत टिमोथी जे रोमर के इस बयान से ,कि भारत को डेविड हेडली से सीधी पूछताछ करने देने के संबंध में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया, ऐसा नहीं लगता कि अमेरिका ने इस मुद्दे पर ‘यू-टर्न’ लिया है.
अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर आए चिदंबरम ने कहा, ‘‘यदि आप उस वाक्य (रोमर के) को ध्यान से पढें तो ऐसा नहीं लगता कि अमेरिकी अटार्नी (एरिक होल्डर) जो मुझसे कहा है, वह उसके विपरीत है.’’
कल रात गृह सचिव जी के पिल्लै ने कहा था कि भारत रोमर की टिप्पणी पर विशेष ध्यान नहीं दे रहा है और जल्दी से जल्दी अपने जांचकर्ताओं को अमेरिका भेज रहा है., उन्होंने कहा ,‘‘मेरे हिसाब से हम लोग इस मुद्दे पर आगे बढ़ रहे हैं और हम अमेरिकी राजदूत की टिप्पणियों का कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं.’’{mospagebreak}
उल्लेखनीय है कि 49 वर्षीय हेडली ने पिछले ही सप्ताह आतंक से जुड़े 12 आरोपों में अपना अपराध कबूला था. ये आरोप मुम्बई हमले में छह अमेरिकी नागरिकों की हत्या में सहयोग करने के अलावा भारत में सार्वजनिक स्थानों पर बम विस्फोट करने, लोगों की हत्या एवं उन्हें अपंग बनाने, पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा को तथा विदेशी आतंकी साजिश के लिए साजो सामान उपलब्ध कराने से संबंधित हैं. मुम्बई हमले में छह अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोग मारे गए थे.
होल्डर के साथ टेलीफोन पर बातचीत के बाद गृहमंत्री पी चिदंबरम ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी तथा इस मामले से जुडी अन्य एजेंसियों को न्यायिक कार्यवाही के लिए आवश्यक दस्तावेज तुरंत तैयार करने को कहा था ताकि भारतीय जांचकर्ता हेडली से पूछताछ कर सकें.
भारत हेडली से पूछताछ करने के लिए अप्रैल में जांचकर्ताओं का एक दल भेज सकता है.