मुंबई में 13 जुलाई को हुए सीरियल ब्लास्ट में महाराष्ट्र एटीएस को एक शख्स पर शक है और उसकी पहचान की कोशिश की जा रही है. यह जानकारी महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख राकेश मारिया ने पत्रकारों को दी. मारिया ने बताया कि यह कोई आत्मघाती हमला नहीं था.
उन्होंने कहा कि पुलिस रात तक संदिग्धों का स्केच जारी कर देगी. एटीएस प्रमुख ने इस बात की पुष्टि की कि धमाकों में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया और उसे डिजिटल टाइमर से जोड़कर धमाके काराए गए. उन्होंने यह भी बताया कि धमाकों में अंडरवर्ल्ड का हाथ है कि नहीं इस बात की जांच भी की जा रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि धमाकों के सिलसिले में एक स्कूटर मिलने की जो बात की जा रही है वो निराधार है और स्कूटर का धमाकों से कुछ लेना देना नहीं है. जांच के विषय में बताते हुए मारिया ने बताया कि जांच बिल्कुल सही दिशा में चल रही है और कुछ बड़े सुराग भी हाथ लगे हैं. लेकिन जब तक उनकी पड़ताल नहीं हो जाती तब तक कुछ भी कहना मुश्किल है.
उन्होंने यह भी बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है तथा जांच में स्थानीय लोगों की मदद भी ली जा रही है. मारिया के अनुसार धमाकोंक की जगह पर मेटल के डिब्बों में विस्फोटक रखे गए थे लेकिन बम कहां बनाए गए इसकी कोई जानकारी नहीं है. मारिया ने बताया कि जांच में दूसरे राज्यों की मदद भी ली जा रही है.