सुप्रीम कोर्ट में मेमोगेट कांड पर पाकिस्तान की सरकार और सेना की ओर से अलग-अलग विचार रखे जाने के बाद प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने इस मामले पर दोनों पक्षों के बीच किसी भी तरह के टकराव की बात को खारिज किया.
सेना प्रमुख के साथ करीब तीन घंटे तक चली बैठक के बाद गिलानी ने कहा कि उन्होंने कथित गुप्त मेमो के मामले पर टकराव की अटकलों को बहुत गंभीरता से लिया है और वह इसका कड़ा खंडन करते हैं.
प्रधानमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, गिलानी और कयानी का कहना है कि सेना की ओर से सुप्रीम कोर्ट को सौंपे गए जवाब को सेना और सरकार के बीच टकराव के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. इस मामले पर सरकार और सेना के अलग-अलग रूख सुप्रीम कोर्ट को सौंपे गए जवाब में सामने आए.