एनसीटीसी को लेकर केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. ममता बनर्जी दिल्ली में हैं और वे पीएम से मुलाकात करेंगी.
इस बीच प्रधानमंत्री ने एनसीटीसी को लेकर छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी है.
ममता बनर्जी की मोर्चेबंदी से केंद्र सरकार घबराई हुई है. आतंकवाद के खिलाफ एजेंसी भी बनानी है और ममता को भी मनाना है. ममता बनर्जी खुद पहुंची हैं पीएम से मिलने के लिए. केंद्र के तमाम रणनीतिकारों ने ये फॉर्मूला निकालना शुरू कर दिया है कि ममता भी मान जाए और NCTC भी लागू हो जाए.
इस बीच सूत्रों के मुताबिक खबर है कि चिदंबरम ने प्रधानमंत्री को NCTC के बारे में विस्तार से बताया है. तमाम विरोधों के बाद भी तैयारी है कि NCTC को तय समय से लागू कर दिया जाए.
एक मार्च से NCTC को लागू किए जाने की तैयारी है. इस बीच प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों से मिलकर NCTC के बारे में बताएंगे. प्रधानमंत्री खुद मुख्यमंत्रियों को इसके लिए चिट्ठी भी लिख चुके हैं.
खत में पीएम ने लिखा है कि NCTC का प्राथमिक उद्देश्य देश भर में आतंकी वारदात को खत्म करना है. ये काम अब तक IB करता रहा है. NCTC भी IB के अंतर्गत ही रहेगा. ये कोई अलग से संगठन नहीं होगा.
केंद्र सरकार के लिए NCTC पर फैसला ले पाना आसान भी नहीं होगा, क्योंकि विपक्ष के साथ-साथ अपनों ने भी खोला हुआ है मोर्चा. कहा ये भी जा रहा है कि किसी भी वजह से अगर बात नहीं बन पाई, तो NCTC को ठंडे बस्ते में भी डाला जा सकता है.